Last Updated: Friday, August 16, 2013, 00:14
कोलकाता : गोरखालैंड मुद्दे पर मध्यस्थता करने से इंकार करने के अगले ही दिन गुरुवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एम. के. नारायणन ने कहा कि वे गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) नेतृत्व से बातचीत करने लिए तैयार हैं।
जीजेएम प्रमुख बिमल गुरुंग के साथ बातचीत करने के बारे में पूछे जाने पर नारायणन ने संवाददाताओं से कहा कि यदि वे मुझसे बात करना चाहते हैं तो मैं उनसे बात करूंगा। नारायणन ने पृथक गोरखालैंड राज्य के मुद्दे का सौहाद्रपूर्ण समाधान निकलने की भी उम्मीद जताई। जीजेएम पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर आंदोलन की राह पर है। नारायणन ने बुधवार को मध्यस्थता करने से इंकार किया था।
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने कहा था कि राज्यपाल मध्यस्थता नहीं करते। यदि मैं राज्यपाल नहीं होता और अपने पूर्व के पद पर होता तो ऐसा कर सकता था, लेकिन एक राज्यपाल के रूप में मैं ऐसा नहीं कर सकता हूं। जीजेएम ने राज्य सरकार से बातचीत करने से इंकार किया है और कहा है कि यह मुद्दा केंद्र सरकार से संबंधित है इसलिए वे केवल दिल्ली के नेताओं से ही बात करेंगे। (एजेंसी)
First Published: Friday, August 16, 2013, 00:14