Last Updated: Thursday, April 11, 2013, 22:58

कोलकाता : माकपा के दावे को खारिज करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल एमके नारायणन ने गुरुवार को कहा कि वह छह दशक से अधिक समय से कम्युनिज्म का अध्ययन करते रहे हैं और पोलितब्यूरो के कामकाज से भलीभांति परिचित हैं। इसके पहले माकपा ने दावा किया था कि नारायणन पोलितब्यूरो के कामकाज से अवगत नहीं हैं।
राजभवन द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राज्यपाल छह दशक से अधिक समय से कम्युनिज्म का अध्ययन करते रहे हैं और उन्होंने मार्क्स, इंजिल्स और माओ को पढ़ा और आत्मसात किया है। उन्होंने कम्युनिज्म विषय पर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों में काफी भाषण दिए हैं। इसमें कहा गया है कि वह माकपा की केंद्रीय समिति और पोलितब्यूरो की भूमिका और कामकाज के बारे में पूरी तरह से अवगत हैं।
बयान में कहा गया है कि साम्यवादी विचारधार की मूलभूत सूक्तियों में से एक लोकतांत्रिक केंद्रवाद का सिद्धांत है और इस संदर्भ में उन्होंने कल का बयान दिया था। उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और वित्त मंत्री अमित मित्रा पर एसएफआई के हमले को लेकर पोलितब्यूरो द्वारा माफी मांगे जाने की जरूरत बताई थी। उनकी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए माकपा के राज्य सचिव बिमान बोस ने कहा था कि हालांकि वह अनुभवी आईपीएस अधिकारी रहे हैं लेकिन वह पोलितब्यूरो के कामकाज से अवगत नहीं हैं। (एजेंसी)
First Published: Thursday, April 11, 2013, 22:58