Last Updated: Friday, September 30, 2011, 14:39
अहमदाबाद : वर्ष 2002 में गोधरा कांड के बाद भड़के दंगों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाने वाले निलंबित आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट को शुक्रवार को पुलिस ने एक कांस्टेबल की शिकायत के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. वर्ष 2002 के गुजरात दंगों के दौरान अपने अधीन काम कर चुके कांस्टेबल के डी पंत की ओर से दर्ज प्राथमिकी के आधार पर भट्ट से पूछताछ की गयी.
भट्ट पर एक सरकारी कर्मचारी को धमकाने, गलत तरीके से बंधक बनाकर रखने और गलत सबूत गढ़ने का आरोप है. शहर पुलिस आयुक्त सुधीर सिन्हा ने कहा, ‘भट्ट को गिरफ्तार किया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है.’ पंत का आरोप है कि भट्ट ने उन्हें धमकाते हुए 27 फरवरी 2002 को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बुलायी गयी उच्च स्तरीय बैठक के बारे में ‘गलत’ हलफनामे पर हस्ताक्षर करने को कहा था.
भट्ट ने इससे पहले आरोप लगाया था कि मोदी ने इस बैठक में कथित तौर पर कहा था कि हिंदुओं को उनकी नाराजगी जाहिर करने दी जाये और मुस्लिमों को सबक सिखाया जाये. गुजरात के पुलिस महानिदेशक चितरंजन सिंह ने बताया कि घाटलोदिया पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के संबंध में भट्ट को पूछताछ के लिये बुलाया गया है. उनका बयान दर्ज किया जायेगा. भट्ट को अतिरिक्त पुलिस आयुक्त एन सी पटेल घाटलोदिया पुलिस थाने ले गये.
(प्रेट्र.)
First Published: Friday, September 30, 2011, 20:24