Last Updated: Friday, October 5, 2012, 17:41

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली/पटना : बिहार में जदयू-भाजपा गठबंधन के बीच दरार और बढ़ती ही जा रही है। ताजा घटनाक्रम में बिहार भाजपा के अध्यक्ष सीपी ठाकुर ने शुक्रवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को पटना में एक रैली में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया है।
सीपी ठाकुर ने आज गया में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ' हां, हमने पटना में अगले साल 15 मार्च को हुंकार रैली को संबोधित करने के लिए नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है।'
उन्होंने कहा कि देश और पार्टी में मोदी के बढ़ते राजनीतिक कद के चलते उन्हें आमंत्रित करने का फैसला किया है। नीतीश कुमार और उनकी पार्टी जदयू को इस मसले पर आपत्ति होने के संदर्भ में उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई ताकत नरेंद्र मोदी को बिहार आकर रैली को संबोधित करने से नहीं रोक सकता है।
अपनी बेबाक टिप्पणी के लिए जाने जाते ठाकुर ने हाल ही में यह बयान देकर सबको चौंका दिया कि लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 40 सीटों पर भाजपा अकेले चुनाव लड़ेगी। इससे यह संकेत मिलता है कि बिहार में जदयू द्वारा राजग गठबंधन से अलग होने की आशंका की स्थिति में अपने पांव को मजबूत करने के लिए भाजपा ने आगामी लोकसभा चुनावों में सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए कमर कस ली है।
उस समय उन्होंने कहा था कि जदयू और भाजपा के रास्ते अलग-अलग होना केवल आशंका भर है। सभी सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने की बात करना जायज है, क्योंकि भाजपा और जदयू का संबंध यदि अक्षुण्ण रहते है तो अंतिम समय में दोनों दल सीटों का आदान प्रदान भी कर सकते हैं।
गौर हो कि राज्य में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुले तौर पर मोदी के बिहार आकर प्रचार करने का विरोध किया था। यही नहीं, नीतीश ने साल 2010 में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान अखबार में छपे विज्ञापनों में मोदी के साथ अपनी तस्वीर पर भी आपत्ति जताई थी।
एक तरफ नरेंद्र मोदी की निगाह 2014 के चुनाव पर टिकी है, वहीं, नीतीश भी प्रधानमंत्री पद की रेस में बने रहने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं। नीतीश इस बात का विरोध कर चुके हैं कि यदि भाजपा मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाती है तो बिहार में गठबंधन कायम नहीं रह पाएगा। यदि गुजरात चुनाव में मोदी फिर सत्ता में आते हैं तो उनकी उम्मीदवारी को अनदेखा करना भाजपा के लिए आसान नहीं होगा।
First Published: Friday, October 5, 2012, 15:35