Last Updated: Wednesday, January 23, 2013, 18:25
कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि उनकी सरकार ने दक्षिण 24 परगना जिले के कोडलिया इलाके में स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पुश्तैनी मकान का जीर्णोद्धार करने, उसे ऐतिहासिक धरोहर का दर्जा देने और वहां उनके एक स्मारक का निर्माण करने का फैसला किया है।
सुभाष चंद्र बोस की 116वीं जयंती के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जानेमाने कलाकार सुवप्रसन्ना की अध्यक्षता में बनी धरोहर समिति ने कोडलिया स्थित उनके पुश्तैनी मकान के जीर्णोद्धार और वहां नेताजी का एक स्मारक बनाने का फैसला किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘नेताजी के नाम पर जितनी भी जमीन होगी उनमें से 4-5 कट्ठा जमीन पर हम उनके नाम से एक स्मारक बनाएंगे।’ ममता ने कहा, ‘हमने उनके पुश्तैनी मकान के जीर्णोद्धार और उसे एक धरोहर इमारत का दर्जा देने का भी फैसला किया है।’ उन्होंने कहा, ‘इमारत की हालत बहुत जर्जर है और इसे दुरुस्त करने के लिए तत्काल ध्यान दिए जाने की जरूरत है। मैं उम्मीद कर रही हूं कि हम अगले साल 22 जनवरी तक यह काम पूरा करने में कामयाब रहेंगे।’
पश्चिम बंगाल में जन्म को गर्व की बात बताते हुए ममता ने कहा, ‘यह नेताजी, स्वामी विवेकानंद, रविंद्रनाथ टैगोर, कवि नजरुल और खुदीराम बोस जैसी शख्सियतों की सरजमीं है।’ ममता ने कहा, ‘बंगाल संसार का गौरव है। बंगाल का मतलब ही क्रांति है।’ नेताजी के हवाले से मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आप मुझे खून दें और मैं आपको आजादी दूंगा। उन्होंने कहा था कि त्याग एवं प्राप्ति एक ही सिक्के के दो पहलू हैं।’
योजना आयोग को नेताजी के दिमाग की पैदाइश बताते हुए ममता ने कहा, ‘यह बड़े दुख की बात है कि हम उनके जन्म के बारे में तो जानते हैं लेकिन उनकी मृत्यु के बारे में नहीं। लेकिन सुभाष चंद्र बोस अपने विचारों के साथ हमारी जिंदगी में हमेशा जीवित रहेंगे।’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 23, 2013, 18:25