Last Updated: Wednesday, March 13, 2013, 21:57
चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा में आज अभूतपूर्व हंगामा रहा। विपक्षी कांग्रेस के सदस्यों ने अपने विधायक दल के कार्यालय पर पुलिस की कथित छापामारी के विरोध में हंगामा किया और इस दौरान सभापति की तरफ कागज, किताबें और दस्तावेज फेंके तथा मार्शलों के साथ हाथापाई की कांग्रेस के आंदोलित सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया। इससे पहले वह सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए कई बार आसन के सामने चले आए। हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही चार बार स्थगित करनी पड़ी।
चौथे स्थगन के बाद जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो शोर शराबे और हंगामे में कोई कमी नहीं आई, मजबूरन अध्यक्ष को कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी। कांग्रेस के सदस्यों ने विपक्ष के नेता सुनील जाखड़ के नेतृत्व में प्रश्न काल के दौरान यह मामला उठाया।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस की कार्रवाई कांग्रेस विधायक दल परिसर से तरन तारन की उस 22 वर्ष की लड़की और उसके परिवार को निकालने के लिए की गई, जिसे हाल ही में पुलिसकर्मियों ने कथित रूप से पीटा था।
अव्यवस्था के आलम में सदस्यों ने अध्यक्ष के आसन की तरफ कागज, किताबें और दस्तावेज फेंके.वॉच एंड वार्ड कर्मियों के साथ धक्कामुक्की की और आसन के आसपास के सुरक्षा घेरे को तोड़ने का प्रयास किया। उनसे बार बार शांत रहने की अपील की गई, लेकिन कांग्रेस सदस्य शांत नहीं हुए और लगातार नारे लगाते रहे, जिसकी वजह से सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
कांग्रेस के सदस्यों ने कोई मांग नहीं की, लेकिन सदन से बाहर जाखड़ ने मुख्य मंत्री प्रकाश सिंह बादल, उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह और अध्यक्ष चरणजीत सिंह अटवाल के इस्तीफे की मांग की। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, March 13, 2013, 21:57