Last Updated: Tuesday, March 20, 2012, 04:00
चेन्नई : संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में श्रीलंका के खिलाफ अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर भारत के रूख पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बयान को ‘प्रतिबद्धता नहीं दर्शाना वाला’ और ‘व्यर्थ’ करार देते हुए तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने कहा कि इसमें कोलंबो के कथित मानवाधिकार उल्लंघन का कोई जिक्र नहीं है।
उन्होंने सिंह के लोकसभा में बयान पर प्रतिक्रिया में कहा, ‘उन्होंने मानवाधिकार उल्लंघन का कोई जिक्र नहीं किया। उन्होंने नहीं कहा कि इसके लिए श्रीलंका की निंदा की जाएगी। यह प्रतिबद्धता नहीं दर्शाना वाला और व्यर्थ जवाब है।’ उन्होंने कहा कि सिंह ने बस इतना कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में पेश प्रस्ताव के मसौदे की प्रति अभी नहीं मिली है, और यदि श्रीलंका में रह रहे तमिलों का भविष्य समानता, सम्मान, न्यायपूर्ण और आत्मसम्मान वाला होता है तो हम प्रस्ताव के समर्थन में वोट देने के इच्छुक हैं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 20, 2012, 09:30