Last Updated: Thursday, May 2, 2013, 09:07

मुंबई : शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा नीत राजग को सभी सहयोगी दलों के साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही प्रधानमंत्री पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित करना चाहिए।
उद्धव ने बुधवार शाम पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि हम इस बात को बर्दाश्त नहीं करेंगे कि विचार-विमर्श किए बिना कोई हमपर उम्मीदवार थोपे। हमने किसी का न तो समर्थन किया है और न ही किसी का विरोध किया है। उद्धव ने यह भी कहा कि न तो केंद्र में और न ही राज्य में किसी भी नेता के पास ‘देश के लिए दृष्टि’ है। उन्होंने कहा कि हर कोई सिर्फ प्रधानमंत्री बनना चाहता है। एक समय दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे ने भाजपा नेता सुषमा स्वराज को प्रधानमंत्री के पद के उम्मीदवार के लिए उपयुक्त बताया था। उन्होंने साफ तौर पर मोदी का उल्लेख नहीं किया था।
उद्धव ने कहा कि शिवसेना उस उम्मीदवार का समर्थन करेगी जो हिंदू हितों की रक्षा करेगा। प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के धर्मनिरपेक्ष छवि वाले होने के संबंध में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के रूख का उल्लेख करते हुए उद्धव ने कहा कि कुमार को स्पष्ट करना चाहिए धर्मनिरपेक्ष होने से उनका क्या तात्पर्य है।
उद्धव ने कहा कि मैं सभी धर्मों के शांतिपूर्ण सह अस्तित्व का समर्थक हूं। लेकिन मुस्लिमों का तुष्टिकरण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार और उनके भतीजे तथा महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार पर निशाना साधते हुए उद्धव ने कहा कि पवार सीनियर प्रधानमंत्री बनने की महत्वाकांक्षा पाले हुए हैं जबकि अजीत महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं।
उन्होंने कह कि हाल में लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए राकांपा की बैठक हुई लेकिन उन्होंने राज्य में सूखे पर चर्चा करना उचित नहीं समझा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, May 2, 2013, 09:07