Last Updated: Thursday, December 27, 2012, 18:44

नई दिल्ली : ममता बनर्जी ने आज संप्रग सरकार पर आरोप लगाया कि उसकी पश्चिम बंगाल की पूर्व वाम मोर्चा सरकार के साथ साठगांठ थी, जिससे दो लाख करोड़ रुपए के कर्ज के बोझ के साथ राज्य विध्वंसक वित्तीय स्थिति में आ गया है।
राष्ट्रीय विकास परिषद की बैठक में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता ने कहा, ‘हमने डेढ़ साल इंतजार किया लेकिन अब जनता का धैर्य टूट रहा है।’ उन्होंने केन्द्र सरकार से सवाल किया कि उसने वाम मोर्चा सरकार की फिजूलखर्ची में बरसों बरस सहयोग कर पश्चिम बंगाल को कर्ज के दलदल में फंसने की इजाजत क्यों दी ? इस साठगांठ से हमारी सरकार को विध्वंसक वित्तीय स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। ममता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संप्रग सरकार ने वाम मोर्चा सरकार को धड़ल्ले से कर्ज लेने की अनुमति दी और कर्ज का इतना बड़ा बोझ हो गया।
उन्होंने कहा कि 12वीं योजना के दस्तावेज को अंतिम रूप देते समय जरूरी है कि राज्य पर दो लाख करोड़ रुपए के बोझ को दूर करने के लिए केन्द्र मदद करे। ममता ने दावा किया कि केन्द्र ने पूर्व वाम मोर्चा सरकार को 28 दिन में 5173 करोड़ रुपए कर्ज लेने की अनुमति दी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, December 27, 2012, 18:44