Last Updated: Wednesday, October 10, 2012, 22:10
अहमदाबाद : तुलसीराम प्रजापति फर्जी मुठभेड़ मामले में दाखिल आरोप पत्र का संज्ञान लेते हुए विशेष सीबीआई अदालत ने आज 15 आरोपियों को सम्मन जारी किया। इन सभी को 29 अक्तूबर को अदालत में तलब किया गया है। राज्य के पूर्व मंत्री और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी सहयोगी अमित शाह समेत पांच अन्य आरोपियों ने आज अलग-अलग आवेदन दायर किया जिसमें उन्होंने अपने खिलाफ दायर आरोप पत्र को चुनौती दी।
अमित शाह के वकील मितेश अमीन ने कहा, ‘हमने इस आधार पर आरोप पत्र को चुनौती दी है कि सीबीआई ने आपराधिक मामले में किसी लोक सेवक पर दोषारोपण करने से पहले सीआरपीसी की धारा-197 के तहत अनिवार्य अनुमति नहीं ली।’ आरोप पत्र को आज चुनौती देने वाले चार अन्य आरोपियों में पूर्व अतिरिक्त डीजीपी ओ पी माथुर, पूर्व आईजीपी सीआईडी गीता जौहरी, राज्य के पूर्व डीजीपी पी सी पांडे और मामले के पूर्व जांच अधिकारी डीएसपी आर के पटेल शामिल हैं। जांच एजेंसी ने अब तक इन पांचों आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है।
अदालत उनके आवेदनों पर शुक्रवार को विचार करने के बाद उन लोगों को समन जारी करने के बारे में फैसला करेगी जिन्हें सीबीआई ने अभी तक गिरफ्तार नहीं किया है लेकिन उनके नाम आरोप पत्र में है। विशेष अदालत के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ए वाई दवे ने जांच ब्यूरो द्वारा 29 सितंबर को दायर आरोप पत्र दर्ज करने का आदेश देते हुए कहा कि पहले से ही जेल में बंद सभी आरोपियों को 29 अक्तूबर को अदालत में उपस्थित रहना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, October 10, 2012, 22:10