Last Updated: Wednesday, April 24, 2013, 11:16
ज़ी मीडिया ब्यूरोलुधियाना/नई दिल्ली : सोशल नेटवर्किंग साइट का ऐसा इस्तेमाल भी हो सकता है किसी ने सपने में भी नहीं सोचा होगा। लुधियाना के एक नवजात लड़के को सोशल नेटकवर्किग साइट फेसबुक के जरिए बेचा गया। दिल्ली के एक व्यापारी ने उसके लिए आठ लाख रूपए दिए। जब खबर फैली तो पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए नवजात को दिल्ली से बरामद कर उसकी मां को सौंप दिया। इस मामले में पुलिस ने आरोपी नाना फिरोज खान, उसका सहयोग करने वाली अस्पताल की नर्स सुनीता, गुरप्रीत सिंह और इरफान को गिरफ्तार किया गया है। पूछताछ में बच्चा बेचने वाले एक बड़े गिरोह से इसके तार जुड़ते नजर आ रहे हैं, जो फेसबुक के जरिये पूरे गोरखधंधे को अंजाम दे रहा था।
दरअसल लुधियाना की रहने वाली एक लड़की की शादी मेरठ में हुई। 6 महीने बाद ही लड़की का तलाक हो गया। 8 अप्रैल को उसने एक बेटे को जन्म दिया। आरोप है कि इससे पहले अस्पताल की नर्स सुनीता से बच्चे के नाना फिरोज खान ने नवजात का सौदा कर लिया और 45 हजार रुपए लेकर बच्चा नर्स को बेच दिया। इसके बाद नर्स सुनीता और उसके दोस्त इरफान ने बच्चे को एक शख्स गुरप्रीत को साढ़े तीन लाख रुपयों में बेच दिया। अब गुरप्रीत ने बच्चे को बेचने के लिए फेसबुक का सहारा लिया। इसके बाद फेसबुक पर विज्ञापन देख दिल्ली के एक कारोबारी अमित ने बच्चे को 8 लाख रुपए में खरीद लिया लेकिन इसी बीच दुधमुंहे बच्चे को पीलिया हो गया और कारोबारी दंपति उसे इलाज के लिए दिल्ली के गंगाराम अस्पताल में ले गए।
उधर बच्चे की मां ने जब दूसरी नर्स से पूछा कि उसके बच्चे की मौत कैसे हुई तो सारी कहानी खुलकर सामने आ गई। उसकी शिकायत पर पुलिस ने नवजात के नाना फिरोज, नर्स सुनीता, उसके साथी इरफान और बिचौलिए गुरप्रीत को गिरफ्तार कर गंगाराम अस्पताल पहुंच गई और बच्चे की मौसी ने उसकी पहचान कर दी। फिलहाल आरोपी नाना और बाकी तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त में हैं और बच्चा सही सलामत अपनी मां के पास है।
First Published: Wednesday, April 24, 2013, 11:16