Last Updated: Sunday, December 25, 2011, 18:47

चेन्नई : तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से केरल को मुल्लापेरियार पर बांध नहीं बनाने की सलाह देने का आग्रह किया और प्रदेश के लिए वित्तीय पैकेज की मांग की।
जया ने राजभवन में दो दिन के दौरे पर प्रदेश पहुंचे सिंह के साथ 40 मिनट की मुलाकात की और इस दौरान मांगों का एक ज्ञापन सौंपा। हालांकि उन्होंने कुडनकुलम परमाणु संयंत्र गतिरोध का कोई जिक्र नहीं किया।
मुल्लापेरियार बांध पर विवाद के बीच उन्होंने जलाशय की सुरक्षा के लिए सीआईएसएफ की तैनाती और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आकस्मिकता प्रतिक्रिया योजना के लिए विशेषज्ञों की टीम बनाने के हालिया आदेश को वापस लेने की मांग की।
अपने 18 पन्नों के ज्ञापन में उन्होंने प्रदेश को प्रस्तावित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा विधेयक से बाहर रखने और पाक खाड़ी में भारतीय मछुआरों के ‘पारंपरिक मत्स्याधिकार’ की रक्षा और श्रीलंकाई नौसेना द्वारा कथित हमलों के आलोक में उनकी सुरक्षा की मांग की ।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जब विशेष विमान से चेन्नई पहुंचे तो जयललिता ने उन्हें शॉल और गुलदस्ता भेंट किया। अन्नाद्रमुक प्रमुख के सत्ता संभालने के बाद सिंह का यह पहला प्रदेश दौरा है। केरल सरकार पर ‘जानबूझकर डर फैलाने’ का आरोप लगाते हुए जयललिता ने कहा कि इस वजह से हमले हुए और तमिलनाडु की संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया जिसके कारण बांध की रक्षा के लिए प्रदेश सीआईएसएफ की मांग करता है।
विवाद के इतिहास में जाते हुए उन्होंने सिंह से केरल को 2006 के उच्चतम न्यायालय के आदेश का सम्मान करने की सलाह देने का आग्रह किया जिसमें तमिलनाडु को जलस्तर 136 फुट से बढाकर 142 फुट करने की अनुमति दी गई थी। (एजेंसी)
First Published: Monday, December 26, 2011, 00:17