Last Updated: Sunday, September 4, 2011, 08:49
हरिद्वार. शनिवार को अपनी सफाई देने के बाद बाबा रामदेव के सामने फेमा के बाद एक और मुसीबत खड़ी हो गई है. इस बार हरिद्वार में अपने आश्रम में पुलिस को सूचित किए बिना विदेशी परिवार को रखने पर उन्हें नोटिस मिला है.
योग गुरु ने पहले कहा था कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है और ट्रस्ट ने किसी भी कानून का उल्लंघन नहीं किया है. इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय भी उनकी ट्रस्टों को विदेशी मुद्रा विनिमय कानून, फेमा के उल्लंघन के मामले में नोटिस जारी कर जबाव तलब किया है.
मगर ताजा मामले में आरोप है कि पतंजलि योगपीठ के योग ग्राम में बिना पुलिस को बताए अवैध तरीके से बांग्लादेशी परिवार को रखा गया. इनमें दंपती और उनके पुत्र-पुत्री शामिल हैं. उत्तराखंड पुलिस ने समन जारी कर योगग्राम प्रबंधन से 3 दिन के अंदर जवाब मांगा है.
पुलिस के अनुसार, बांग्लादेश के बोंकेश भट्टाचार्य अपनी पत्नी संचिता, बेटे बिश्वकांति और बेटी के साथ 8 जुलाई को हरिद्वार में पतंजलि योगपीठ पहुंचे थे. वे यहां मानसिक रूप से कमजोर अपने बेटे बिश्वकांति के इलाज के लिए आए थे. योगपीठ ने ही उनके रहने का प्रबंध किया था. पत्नी और बीमार बेटे को योगग्राम में छोड़कर बोंकेश भट्टाचार्य अपनी बेटी के साथ वापस बांग्लादेश चले गए.
गौरतलब है कि बाबा ने सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है. इस के अलावा आस्था चैनल के बारे में आरोप है कि विदेशों में चैनल को विदेशी मुद्रा में आमदनी होती है, लेकिन इस आमदनी के बारे में वैदिक ब्रॉडकास्टिंग लिमिटेड ने आरबीआई को पूरी जानकारी नहीं दी है. कंपनी को अब ईडी के सामने इसका हिसाब देना होगा.
First Published: Sunday, September 4, 2011, 14:51