Last Updated: Sunday, June 30, 2013, 23:06

नई दिल्ली : बारिश के चलते रविवार को बचावकर्मी केदारनाथ में मलबे में दबे शवों को निकालने के लिए वहां नहीं जा सके वहीं राष्ट्रीय आपदा प्रबंध प्राधिकरण (एनडीएमए) ने कहा कि एक पखवाड़े पहले उत्तराखंड में आई आपदा से तबाह हुए इलाकों में पहुंचने के बाद मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है।
एनडीएमए के उपाध्यक्ष एम शशिधर रेड्डी ने संवाददाताओं से कहा, ‘राष्ट्रीय आपदा राहत बल के दल ने शवों को निकालने के लिए भारी उपकरणों के साथ केदारनाथ पहुंचने की योजना बनाई थी लेकिन खराब मौसम के कारण भारी सामान उठाने वाले हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर सके।’
जब आपदा में मारे गये लोगों की संख्या के बारे में पूछा गया तो रेड्डी ने कहा कि उत्तराखंड के विधानसभा अध्यक्ष ने आंकड़ा 10,000 के आसपास बताया है लेकिन फिलहाल सही सही संख्या बता पाना मुमकिन नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘मैं केवल यह कह सकता हूं कि जिस तरह आपदा आई, उसमें भारी तादाद में लोगों की मौत के संकेत मिलते हैं।’ मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा था कि मृतक संख्या 1,000 के आंकड़े को पार कर सकती है वहीं राज्य विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कल कहा था कि संख्या 10,000 से ज्यादा हो सकती है।
केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा था कि शुक्रवार की रात तक मृतक संख्या 900 थी।
उन्होंने कहा कि बद्रीनाथ और हर्शिल में अब भी स्थानीय लोगों समेत करीब 1,500 लोग फंसे हुए हैं वहीं 1,800 लोग लापता हैं। राज्यों के मुख्य सचिवों से उनके राज्यों के लापता लोगों के नामों का सत्यापन करने को कहा गया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 30, 2013, 23:06