'बिक्रम सिंह से जुड़ी मुठभेड़ फर्जी नहीं थी' - Zee News हिंदी

'बिक्रम सिंह से जुड़ी मुठभेड़ फर्जी नहीं थी'

श्रीनगर: रक्षा मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट से कहा है कि वर्ष 2001 की जिस मुठभेड़ में भावी सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल बिक्रम सिंह घायल हुए थे, वह मुठभेड़ फर्जी नहीं थी। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि इस संबंध में लगाए गए आरोप मनगढंत हैं।

 

मंत्रालय ने कहा कि घटना के 10 साल बाद फर्जी मुठभेड़ के आरोप केवल मनगढंत, दुर्भावना से प्रेरित, भ्रामक और प्रायोजित हैं। याचिकाकर्ता बिना किसी आधार के गलत आरोप लगा रहे हैं।

 

मंत्रालय ने जैतुना नाम के व्यक्ति की ओर से से दायर याचिका पर आपत्ति जताई है जिसमें आरोप लगाया गया था कि कुपवाड़ा जिले में माछिल का रहने वाला उनका बेटा अब्दुल्ला भट एक मार्च 2001 को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया और उसे बाद में पाकिस्तानी आतंकवादी मतीन चाचा करार दिया गया।

 

मंत्रालय ने अपनी आपत्ति में कहा कि तत्कालीन ब्रिगेडियर तथा दक्षिण कश्मीर एक सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स के कमान अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल सिंह विभिन्न इकाइयों का दौरा करके अनंतनाग वापस लौट रहे थे।
जब सेना का काफिला अनंतनाग में जंगलत मंडी पर रूका तो खुद को भिखारी बताने वाले एक आतंकवादी ने जवानों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं।

 

इस हमले में कर्नल जेपी जानू और राइफलमैन गणेश कुमार शहीद हो गये जबकि जनरल सिंह तथा एक अन्य अधिकारी घायल हुए थे। इस घटना में हमलावर तथा देा नागरिक भी मारे गये थे। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 23, 2012, 16:04

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