Last Updated: Tuesday, March 5, 2013, 20:05
पटना : सरकारी शिक्षकों की तरह वेतनमान और स्थायीकरण की मांग को लेकर राजधानी में आंदोलनरत अनुबंधित शिक्षकों और पुलिस के बीच हुई हिंसक झड़प में उग्र लोगों ने एक पुलिस जीप सहित तीन वाहनों में आग लगा दी, जबकि कई वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि बिहार विधानमंडल परिसर से करीब 400 मीटर की दूरी पर स्थित राजधानी पटना के आर ब्लाक चौराहे पर प्रदर्शनकारी शिक्षकों और पुलिसकर्मियों के बीच हिंसक झड़प हो गई। इससे आक्रोशित शिक्षकों ने एक पुलिस जीप और दो बसों को आग लगा दी, पथराव कर वहां खड़े दर्जनों चार पहिया वाहनों के शीशे और मोटरसाइकिलों को क्षतिग्रस्त कर दिया। पुलिस ने भी लाठीचार्ज कर और आंसू गैस के गोले छोडकर शिक्षकों को खदेड दिया।
उन्होंने बताया कि अनुबंध पर कार्यरत शिक्षकों और वित्तरहित शिक्षकों के धरना प्रदर्शन के कारण राजधानी में यातायात बाधित हो रहा है। शिक्षकों ने प्रदर्शन और मुख्यमंत्री का पुतला दहन भी किया। विधानसभा का बजट सत्र रहने के कारण आसपास के क्षेत्र में निषेधाज्ञा लागू है और सुरक्षा कड़ी कर दी गई। जाम हटाने गए पुलिसकर्मियों के साथ शिक्षकों की झड़प हो गई।
बिहार विधान परिषद में अनुबंध पर काम कर रहे शिक्षकों पर कल रात की गई कार्रवाई के कारण जमकर हंगामा। विपक्षी दल राजद, कांग्रेस और भाकपा सदस्यों ने प्रश्नकाल चलने नहीं दिया। हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही सभापति अवधेश नारायण सिंह ने एक बार स्थगित कर दी। कई प्रदर्शनकारी शिक्षकों को चोट भी आई है। सैकडों शिक्षक अपनी मांग के समर्थन में बीते 18 फरवरी से आंदोलन पर हैं, जबकि बीते चार दिनों से कई वित्तरहित शिक्षक भी आमरण अनशन कर रहे हैं।
राज्य में करीब ढाई लाख नियोजित शिक्षक हैं, जो प्रतिमाह पांच से आठ हजार के मानदेय पर कार्यरत हैं। अनुबंध पर काम रहे शिक्षक सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन की मांग कर रहे हैं। राज्य सरकार ने अनुबंध पर काम कर रहे शिक्षकों के स्थायीकरण और सरकारी शिक्षकों के बराबर वेतन देने से मना किया है, जबकि विपक्ष मांग कर रहा है कि शिक्षकों से सरकार बातचीत करे। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, March 5, 2013, 20:05