Last Updated: Saturday, October 27, 2012, 15:24
पटना : बिहार सरकार ने देश में अपने तरह का अनूठा प्रयास करते हुए राज्य के सभी जेलों में कैदियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए व्यायामशालाएं (जिम्नेजियम) और पुस्तकालय खोलने का निर्णय किया है।
जेल महानिरीक्षक आनंद किशोर ने बताया, कारा (जेल) विभाग ने राज्य के आठ केंद्रीय और 31 मंडल कारागार में व्यायामशाला और पुस्तकालय स्थापित करने के लिए राशि जारी कर दी है। उन्होंने कहा कि राज्य के जेलों में पुस्तकालय और जिम स्थापित करना देश में संभवत: अपनी तरह की एक अनूठी पहल है। कैदियों की ओर से उठ रही मांग के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है।
किशोर ने बताया कि केंद्रीय जेलों में व्यायाशाला के लिए एक लाख रुपये जारी किये गये हैं। जेल अधीक्षकों को शारीरिक प्रशिक्षक की स्थानीय स्तर पर भर्ती करने को कहा गया है ताकि कैदियों को व्यायाम के उपकरणों के उपयोग के बारे में जानकारी मिल सके।
उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य कैदियों के स्वस्थ रखने के अलावा उन्हें रचनात्मक कार्य में भागीदार बनाना है ताकि वे नकारात्मक चीजों से दूर रहें। अधिकारियों को इस नंवबर तक जिम और पुस्तकालय स्थापित कर लेने का निर्देश दिया गया है।
किशोर ने बताया कि कैदियों को शारीरिक स्वास्थ्य की दिशा में प्रेरित करने के लिए अगले वर्ष राज्य स्तर पर कैदियों की प्रतियोगिता आयोजित होगी। पुस्तकालयों में धर्म, विज्ञान और मनोरंजन से संबंधित पुस्तकें उपलब्ध होंगी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, October 27, 2012, 15:24