Last Updated: Friday, February 24, 2012, 17:13
पटना : भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) के अध्यक्ष न्यायमूर्ति मार्कंडेय काट्जू ने आज कहा कि बिहार के मीडिया के बारे में उन्हें जो जानकारी मिली है वह अच्छी नहीं है और प्रेस की आजादी के खिलाफ है, इसकी सच्चाई जानने के लिए पीसीआई की तीन सदस्यीय टीम यहां भेजी जाएगी।
पटना विश्वविद्यालय के सिनेट हाल में चार जन-सिद्धांत ‘विज्ञान, जनतंत्र, जीविका और जनता की एकता’ विषय पर अपने संबोधन में काट्जू ने कहा कि बिहार के मीडिया के बारे में उन्हें जो जानकारी मिली है वह प्रेस की आजादी के खिलाफ है और इसकी सचाई का पता लगाने के लिए पीसीआई तीन सदस्यीय एक टीम यहां भेजी जाएगी।
काट्जू ने कहा, ‘कोई अगर सरकार या सरकारी अधिकारी के खिलाफ लिख दे तो उसे यहां परेशान किया जाता है जो उचित नहीं है।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने सुना है कि बिहार में लालू जी की सरकार की तुलना में वर्तमान सरकार ने बेहतर कानून-व्यवस्था कायम की है, लेकिन जो दूसरी बात मैंने सुनी है वह यह है कि लालू जी की सरकार के समय प्रेस को आजादी होती थी जो वर्तमान सरकार में नहीं है।’
काट्जू ने कहा कि अगर किसी पत्रकार ने सरकार, मंत्री या अधिकारी के खिलाफ कोई खबर लिख दी तो उसके मालिकों पर दबाव बनाकर उसे या तो नौकरी से निकलवा दिया जाता है या फिर उसका स्थानांतरण पटना से किसी छोटे शहर में कर दिया जाता है। उन्होंने कहा, ‘मैंने जो सुना है वही बता रहा हूं। मैंने अभी तक इस मामले में पूरी तरह से अपनी राय कायम नहीं की है मगर मुझे जो सूचनाएं प्राप्त हुई हैं उसके आधार पर ऐसा कह रहा हूं। मैं इसकी जांच करवाऊंगा’।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, February 25, 2012, 00:01