Last Updated: Wednesday, July 17, 2013, 13:29

पटना: बिहार के सारण जिले में एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में मध्याहन भोजन खाने के बाद भोजन विषाक्तता के कारण मरने वाले छात्र-छात्राओं की संख्या आज बढ़कर 22 हो गई।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस मामले में अब तक कुल 22 छात्र-छात्राओं की जान जा चुकी है तथा स्कूल की एक महिला रसोइया के अलावा 24 बच्चे अभी भी बीमार हैं जिनका इलाज पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जारी है।
मरने वाले 22 बच्चों में से दो बच्चों की मौत पीएमसीएच में इलाज के क्रम में हो गयी है जिसमें एक की प्रात: चार बजे जबकि दूसरी एक बच्ची शांति कुमारी जो कि पीएमसीएच के आसीयू में भर्ती थी ,उसने दिन के ग्यारह बजे दम तोड दिया।
शांति कुमारी मशरख प्रखंड के धर्मसाती गंडामन गांव निवासी रामेश्वर महतो की पोती है। महतो ने बताया कि विषाक्त मध्याहन भोजन करने वाले उसके पोते विकास और एक अन्य पोती आरती की पहले ही मौत हो गयी है। बीमार बच्चों में 10 की गंभीर स्थिति को देखते हुए उनका पीएमसीएच के आईसीयू में इलाज जारी है जबकि बाकी अन्य को शिशु विभाग के वार्ड नंबर दो रखा है।
धर्मसाती गंडामन गांव स्थित उक्त प्राथमिक विद्यालय के छात्र-छात्राओं के साथ विषाक्त भोजन खाने के बाद बीमार पड़ी स्कूल की दो रसोइया में एक मंजू देवी, जो कि पीएमसीएच के शिशु विभाग के वार्ड नंबर दो में भर्ती है, ने बताया कि भोजन बनाने की सामग्री उसे स्कूल की प्रधान शिक्षिका मीणा देवी के पति अजरुन प्रसाद यादव ने उपलब्ध कराई थी।
स्कूल छात्रों के साथ विषाक्त भोजन खाने के बाद बीमार पड़ी स्कूल की रसोइया मंजू देवी, जो कि पीएमसीएच में भर्ती है, ने बताया कि भोजन बनाने की सामग्री उसे स्कूल की शिक्षिका मीणा देवी के पति अजरुन प्रसाद यादव ने उपलब्ध कराई थी। विषाक्त भोजन खाने से बीमार हुए बच्चों में मंजू देवी के दो बेटे अभिषेक एवं आदित्य और एक बेटी खुशी भी शामिल है, जिनका उपचार पटना के पीएमसीएच में चल रहा है।
बीमार पड़े बच्चों में शामिल उस स्कूल की चौथी कक्षा की छात्रा कांति कुमारी ने बताया, ‘भोजन का स्वाद अच्छा नहीं होने की वजह से जब उन लोगों ने थोड़ा ही खाना खाकर छोड़ दिया, तो शिक्षिका मीणा देवी ने उनको डांटते हुए पूरा खाना खत्म करने को कहा। उनके डर से हम लोगों ने खाना खत्म किया, जिसके बाद हमारे पेट में दर्द होने लगा।
इसके बाद शिक्षिका ने हमें घर जाने को कहा और घर जाने के रास्तें में ही हम बेहोश होकर गिर पड़े। यह घटना कल राज्य की राजधानी से 60 किमी दूर और छपरा से 25 किमी दूर मशरख ब्लॉक के दहरमासती गंदावन गांव के एक सरकारी प्राथमिक स्कूल में हुई। इस बीच, विपक्षी भाजपा ने घटना के बाद नीतीश कुमार सरकार के विरोध में सारण बंद का आह्वान किया है। घटना के विरोध में राजद ने भी सारण में बंद का ऐलान किया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता नंद किशोर यादव, विधान परिषद में उनके समकक्ष सुशील कुमार मोदी और भाजपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडे पीड़ित परिवारों से मिलने और सारण बंद में शामिल होने के लिए मशरख रवाना हो चुके हैं। पुलिस ने बताया कि मध्याह्न भोजन में दाल, चावल और सोयाबीन दिया गया था जिसे खाने के तुरंत बाद बच्चे बीमार हो गए। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 17, 2013, 09:41