Last Updated: Thursday, September 19, 2013, 16:43
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने साफ कर दिया है कि वह वह अपनी पार्टी केजीपी का बीजेपी में विलय नहीं करेंगे और ना हीं किसी पार्टी में शामिल होंगे। केजीपी यानी `कर्नाटक जनता पार्टी` के मुखिया येदियुरप्पा ने कहा है कि वह नरेंद्र मोदी और एनडीए का समर्थन करेंगे लेकिन पार्टी में शामिल नहीं होंगे।
कुछ समय पहले मोदी की पीएम पद की उम्मीदवारी का स्वागत करने वाले येदियुरप्पा के इस कदम को बीजेपी के लिए बेहतर नहीं माना जा रहा है। येदियुरप्पा को खनन घोटाले के कारण कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा था। जिसके बाद उन्होने भाजपा से अलग होकर एक नई पार्टी `कर्नाटक जनता पार्टी` का निर्माण कर लिया था लेकिन विधानसभा चुनावों में पार्टी को कोई बड़ी कामयाबी नहीं मिल पाई थी।
येदियुरप्पा पिछले कुछ महीनों से मोदी के साथ संवाद के द्वार खोले हुए हैं और भाजपा का प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने पर उन्होंने मोदी को बधाई पत्र भी लिखा था। भाजपा और केजेपी दोनों को लगता है कि येदियुरप्पा की वापसी से लाभ होगा। इस साल राज्य विधानसभा चुनाव में दोनों दलों का प्रदर्शन बहुत खराब रहा था। हालांकि, दोनों के मतों का कुल योग पहले जैसा रहा।
First Published: Thursday, September 19, 2013, 16:43