Last Updated: Saturday, August 25, 2012, 10:46
कानपुर : इकत्तीस साल पुराने बेहमई हत्याकांड मामले में पड़ोसी जिले कानपुर देहात की एक स्थानीय अदालत ने शुक्रवार को चार अभियुक्तों पर आरोप तय कर दिये। इस मामले की मुख्य अभियुक्त फूलन देवी की हत्या हो चुकी है। तीन अभियुक्त फरार चल रहे हैं और बाकी चार पर हत्या और डकैती के आरोप तय कर दिये गए। अब इस मामले की अगली सुनवाई 12 सितंबर निर्धारित की गई है।
अभियोजन पक्ष के वकील राजाराम ने बताया कि 14 फरवरी 1981 को कानपुर देहात जिले के बेहमई गांव में सामूहिक रूप से 20 लोगों की हत्या कर दी गई थी। इसमें फूलन देवी सहित 35 लोगों को नामजद किया गया था। इनमें से ज्यादातर अज्ञात थे। मुख्य अभियुक्त फूलन देवी की 25 जुलाई 2001 को हत्या कर दी गयी थी। बेहमई हत्याकांड में केवल सात अभियुक्त ही अब जिंदा बचे हैं। इनमें से तीन श्याम बाबू, विश्वनाथ और रामरतन फरार चल रहे हैं। इस मामले में आरोपी आठ डकैतों मुस्तकीम, लल्लू, बलवान, मोती, रमा शंकर, बलराम, श्याम और रामप्रकाश को अलग-अलग मुठभेड़ों में पुलिस मार चुकी है।
उन्होंने बताया कि इस मामले में शामिल सात आरोपियों में से चार भीखा, पोशा उर्फ पोशे, विश्वनाथ और राम सिंह पर हत्या और डकैती के आरोप तय कर दिए गए। सभी चार आरोपियों को आरोप की प्रति मुहैया करा दी गई है जबकि बाकी तीन फरार अभियुक्तों के खिलाफ गैर जमानती वारंट और कुर्की के आदेश फिर जारी कर दिये गए हैं। कानपुर देहात जिले की एडीजे-7 कोर्ट ने इस मामले की अगली तारीख 12 सितंबर निर्धारित की है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, August 25, 2012, 10:46