Last Updated: Tuesday, November 15, 2011, 15:30
जी न्यूज ब्यूरो/एजेंसीजोधपुर : भंवरी देवी गुमशुदगी मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने मंगलवार को संयुक्त सचिव के नेतृत्व में मंगलवार को आठ जगहों पर छापे मारे। पूर्व मंत्री मदेरणा के फार्म हाउस तथा विधायक मलखान के भाई व बहन के घर भी छापे मारे गए। सीबीआई सूत्रों के अनुसार, उसे इस केस में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और जल्द ही नतीजे पर पहुंच जाएंगे। इस मामले में सिर्फ मदेरणा और मलखान ही मुख्य संदिग्ध हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आज मदेरणा से अस्पताल में मिलने भी गए।
वहीं, प्रमुख आरोपी शहाबुद्दीन पर नारको विश्लेषण, ब्रेन मैपिंग और पॉलीग्राफ परीक्षण की सीबीआई की याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया, वहीं एजेंसी की दलील है कि मामले का खुलासा करने के लिए यही एक मात्र उम्मीद की किरण बची है। साथ ही, सीबीआई ने लापता नर्स भंवरी देवी का सुराग देने वाले को दी जाने वाली पांच लाख रुपये की ईनाम राशि को बढाकर दस लाख रुपये कर दिया है।
सीबीआई ने जांच में शहाबुद्दीन की ओर से असहयोग का हवाला देते हुए नौ नवंबर को झूठ बोलने का पता लगाने वाली जांच व अन्य परीक्षण के लिए सीबीआई अदालत में आवेदन दाखिल किया था। सीबीआई के वकील एसएस यादव ने अदालत में कहा कि सीबीआई अभी तक उससे पर्याप्त जानकारी नहीं हासिल कर सकी है और मामले का खुलासा करने के लिहाज से कुछ महत्वपूर्ण जानकारी हासिल करने के लिए यही उम्मीद की किरण बची है।
यादव ने कहा कि सीबीआई उस जानकारी का सत्यापन भी करना चाहती है जो उसने अब तक जांच के दौरान शहाबुद्दीन से हासिल की है। लेकिन शहाबुद्दीन के वकील ने सीबीआई की याचिका का विरोध करते हुए सुप्रीम कोर्ट की एक व्यवस्था का हवाला दिया जिसके अनुसार इन जांचों के लिए आरोपी की सहमति जरूरी है।
उधर, केंद्रीय
जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने लापता नर्स भंवरी देवी का सुराग देने वाले को दी जाने वाली पांच लाख रुपये की ईनाम राशि को बढाकर दस लाख रुपये कर दिया है। सीबीआई सूत्रों ने बताया कि लापता भंवरी देवी का सुराग देने वाले को दस लाख रूपये का ईनाम दिया जाएगा। भंवरी देवी पिछले एक सितंबर से संदिग्ध परिस्थितियों में लापता है।
नर्स भंवरी देवी के पति अमर चंद द्वारा कैबीनेट मंत्री महिपाल मदेरणा पर भंवरी देवी को लापता करवाने में शामिल होने का मामला पुलिस में दर्ज करवाने पर राज्य सरकार ने 14 सितंबर को इस प्रकरण की जांच सीबीआई को सौपी थी। मदेरणा को मामले में फंसने के कारण मंत्री पद भी खोना पड़ा है।
First Published: Tuesday, November 15, 2011, 21:01