`भगवान` को गढने में भारत ने चीन को हराया

`भगवान` को गढने में भारत ने चीन को हराया

`भगवान` को गढने में भारत ने चीन को हराया नई दिल्ली: भारतीय कारीगरों के हुनर के आगे इस बार दिवाली पर मूर्तियां (गॉड फिगर्स) के बाजार से ड्रैगन गायब हो गया है। आमतौर पर हर भारतीय त्योहार पर चीन का दबदबा दिखाई देता है और पिछले कुछ साल से तो चीन से आयातित भगवान की मूर्तियां भी दिवाली पर बाजारों की शोभा बढ़ाती दिखती थीं। लेकिन इस साल स्थिति पूरी तरह बदल चुकी है।

प्रमुख थोक बाजार सदर बाजार के व्यापारियों का कहना है कि इस बार भारतीय मूर्तिकारों ने चीनी विनिर्माताओं का गुरूर तोड़ दिया है। उन्होंने ऐसी-ऐसी आकषर्क मूर्तियां पेश की हैं कि चीन से आयातित गॉड फिगर्स की पूछ नहीं रह गई है।

व्यापारियों का कहना है कि इस बार चीन का मूर्तियों के बाजार पर मात्र 7-8 प्रतिशत हिस्सा ही रह गया है।

दीपावली पर सबसे ज्यादा मांग गणेशजी की मूर्तियों की रहती है। भगवान गणेश को मूर्तिकारों ने विभिन्न रूपों में पेश किया है। किसी में वह तबला बजा रहे हैं, तो कहीं वायलन, हारमोनियम तथा सितार। इसके अलावा पगड़ी वाले गणेश जी भी खूब छाए हुए हैं। भगवान गणेश के अलावा राम दरबार, माता, शिव पार्वती, लक्ष्मी गणेश की मूर्तियों की भी खूब मांग है।

महंगाई की वजह से इस बार महंगी मूर्तियों की मांग कम है। कारपोरेट आर्डर तो मिल रहे हैं, लेकिन ज्यादा महंगी मूर्तियों की मांग नहीं है। बजाज बताते हैं कि ज्यादातर कारपोरेट आर्डर 190 से 290 रुपये की मूर्तियों के हैं। भगवान गणेश की एक लंबी मूर्ति लंबोदर की मांग हालांकि खूब आ रही है। ग्राहकों को यह मूर्ति खासा लुभा रही है। इसका दाम 550 से 600 रुपये है। डीएंडसी कंपनी के सुशील अग्रवाल का भी कहना है कि बाजार में चीन से आयातित मूर्तियों की बिल्कुल मांग नहीं है। जो भी मूर्तियां बिक रही हैं वे देश में बनी हैं।

अग्रवाल बताते हैं कि मेरठ के अलावा ज्यादातर मूर्तियां पश्चिम बंगाल से आए कारीगरों द्वारा बनाई गई हैं। ये कारीगर पश्चिम बंगाल से यहां आकर मूर्तियों को आकर्षक रंग रूप देते हैं।

दिल्ली से मूर्तियां आसपास के राज्यों मसलन राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश से लेकर हरियाणा तक जाती हैं। व्यापारियों ने बताया कि केरल और रांची से भी बाजार में मूर्तियों के थोक खरीदार आए हैं।

व्यापारियों कहना है कि इस बार बहुत महंगी मूर्तियों की मांग नहीं है। थोक बाजार में विभिन्न रूप रंग और आकार की मूर्तियां 55 से 5,500 रुपये तक हैं। (एजेंसी)


First Published: Monday, November 5, 2012, 12:59

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