Last Updated: Saturday, June 23, 2012, 01:14
मुंबई : महाराष्ट्र सचिवालय में लगी भीषण आग के मामले में मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने अपराध शाखा से घटना की जांच कराने के आदेश दिए हैं। जांच में पता लगाया जाएगा कि यह सिर्फ एक दुर्घटना थी या लापरवाही या तोड़-फोड़ का नतीजा थी। अब इस मामले की जांच क्राइम ब्रांच जल्द शुरू करेगा।
मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आज कहा कि राज्य सचिवालय ‘मंत्रालय’ में कल की आग के बाद क्षतिग्रस्त फाइलों को फिर से तैयार करने का काम सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। चव्हाण ने आज यहां संवाददाताओं से कहा कि इस घटना से पहले सवा दो लाख फाइलों का डिजीटलीकरण किया गया है और 3.18 लाख कागजातों को स्कैन किया गया था। चव्हाण ने कहा कि क्षतिग्रस्त कंप्यूटरों से हार्डडिस्क प्राप्त किए जाएंगे और इस काम के लिए नासकॉम, साइबर प्रकोष्ठ और विदेशी विशेषज्ञों तक की मदद ली जाएगी। उन्होंने कहा कि आदर्श घोटाले से संबंधित सभी फाइलों को सीबीआई को सौंपा गया है इसलिए यह सवाल ही नहीं है कि इससे लोग प्रभावित होंगे।
आदर्श हाउसिंग घोटाले की फाइलों के संभवत: क्षतिग्रस्त होने की अटकलों की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि कागजात सीबीआई और न्यायिक आयोग के पास हैं। जारी शहरी विकास विभाग का प्रभार भी संभालने वाले चव्हाण ने कहा कि हमारे पास उसकी प्रतियां हैं। अतएव यह अटकल कि इस आग के चलते आदर्श जांच प्रभावित होगी, बिल्कुल सही नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि भूमि हदबंदी विभाग की फाइलें भी सुरक्षित हैं। उन्होंने कहा कि मंत्रालय में सभी फाइलें सुरक्षित स्थान पर स्टील के बक्सों में रखी जाएंगी और संबंधित विभागों के सचिवों को फाइलों को फिर से प्राप्त करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। मुख्यमंत्री ने कहा कि भवन के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दी गयी है और संरचनागत ऑडिट के बाद ही पहुंच की इजाजत होगी। (एजेंसी)
First Published: Saturday, June 23, 2012, 01:14