Last Updated: Friday, November 18, 2011, 06:06
भोपाल: मध्य प्रदेश में जूनियर डाक्टरों की हड़ताल शुक्रवार को यानी पांचवें दिन भी जारी रहने से मरीजों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। सरकार ने भले ही निजी अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार मरीजों का इलाज कराने का फैसला किया है लेकिन अस्पताल पहुंच रहे लोगों को आवश्यक सुविधाएं भी नहीं मिल पा रही हैं, जिससे उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
राज्य के पांच चिकित्सा महाविद्यालयों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, रीवा व जबलपुर के जूनियर डाक्टर अपनी तीन सूत्री मांगों को लेकर सोमवार से बेमियादी हड़ताल पर हैं। एक तरफ जहां सरकार इनकी मांगों को पहले ही पूरा किए जाने का हवाला दे रही है, तो वहीं दूसरी ओर जूनियर डाक्टर सरकार पर सिर्फ आश्वासन देने का आरोप लगा रहे हैं।
हडताल के पांचवें दिन तमाम चिकित्सा महाविद्यालयों के अस्पतालों में मरीजों आना तो जारी है मगर उन्हें पर्याप्त इलाज नहीं मिल पा रहा है। सरकार के निर्देश पर वरिष्ठ चिकित्सक सेवाएं तो दे रहे हैं, परंतु वे जूनियर डाक्टरों की कमी को पूरा नहीं कर पा रहे है।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 18, 2011, 11:36