Last Updated: Tuesday, July 16, 2013, 13:46
इंदौर : मध्य प्रदेश में शिक्षा के कथित भगवाकरण को लेकर होने वाले विरोध के हो-हल्ले की परवाह न करते हुए राज्य की भाजपा सरकार ने हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ ‘भगवद् गीता’ के नैतिक ज्ञान को स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल करने की पुरानी योजना को आखिरकार अमली जामा पहना दिया है।
सूबे के स्कूल शिक्षा विभाग ने कक्षा नौ से 12 तक के पाठ्यक्रम में इसी शिक्षण सत्र से ‘भगवद् गीता’ के प्रसंगों को जोड़ने के लिये बाकायदा गजट अधिसूचना जारी की है। मध्य प्रदेश राजपत्र में चार जुलाई को प्रकाशित अधिसूचना के मुताबिक प्रदेश सरकार ने राज्य माध्यमिक शिक्षा मंडल से परामर्श के बाद ‘भगवद् गीता’ के प्रसंगों पर आधारित एक-एक अध्याय को कक्षा नौ से 12 की विशिष्ट हिंदी की पाठ्य पुस्तकों में शिक्षण सत्र 2013.14 से जोड़े जाने को हरी झंडी दे दी है।
गजट अधिसूचना बताती है कि ‘भगवद् गीता’ के प्रसंगों पर आधारित एक.एक अध्याय को कक्षा 11 और 12 की विशिष्ट अंग्रेजी की पाठ्य पुस्तकों में मौजूदा सत्र से शामिल करने को भी राज्य सरकार ने मंजूरी दे दी है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, July 16, 2013, 13:46