Last Updated: Monday, January 16, 2012, 13:41
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले आठ माह पुराने मंत्रिमंडल का सोमवार को विस्तार किया गया। स्वास्थ्य, पंचायत, शिक्षा एवं उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि अधिग्रहण नीति जैसे मामलों में सरकार की हो रही आलोचना के बीच मंत्रिमंडल में दो राज्यमंत्रियों को शामिल किया गया।
राज्यपाल एमके नारायणन ने राजभवन में अरूप विस्वास तथा चंद्रिमा भट्टाचार्य को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण के बाद विस्वास ने ममता के पैर छुए। राज्यमंत्री के रूप में उन्हें स्वतंत्र प्रभार दिया जाएगा।
संक्षिप्त शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ममता के अलावा उनके मंत्रिमंडल के कई सदस्य, राजनयिक समूह के सदस्य तथा उद्योग जगत के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
चंद्रिमा को शामिल किए जाने के साथ ममता के 42 सदस्यीय मंत्रिमंडल में महिलाओं की संख्या अब चार हो गई है। ममता राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री हैं। मंत्रिमंडल में शामिल तृणमूल कांग्रेस की साबित्री मित्रा और कांग्रेस की सबीना यास्मीन ने पिछले वर्ष 20 मई को शपथ ग्रहण किया था।
परिवहन एवं लोक निर्माण विभाग जैसे प्रमुख विभाग में मंत्री के पद दिसम्बर की शुरुआत से ही रिक्त थे, क्योंकि कोलकाता दक्षिण सीट के लिए हुए लोकसभा उपचुनाव में निर्वाचित होने पर सुब्रत बक्शी ने इस्तीफा दे दिया था।
इससे पहले एक अन्य कार्यक्रम में ममता ने संवाददाताओं से कहा था, मैं शशि पांजा को भी मंत्रिमंडल में शामिल करना चाहती थी, लेकिन अभी वह उत्तर बंगाल के कूच बिहार में हैं। उन्हें बाद में शामिल किया जाएगा।
गत दिसम्बर में एक साक्षात्कार में ममता ने शिकायत की थी कि कुछ मंत्री उन्हें सहयोग नहीं दे रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया था कि वह जनवरी में मंत्रिमंडल में फेरबदल करेंगी।
मुख्यमंत्री ने कहा था, एक या दो मंत्री मुझे सहयोग नहीं दे रहे हैं। हमें इस बारे में सोचना होगा। मुझे देखने दीजिए कि क्या सम्भव है। (एजेंसी)
First Published: Monday, January 16, 2012, 19:16