Last Updated: Friday, May 10, 2013, 16:19

चेन्नई: पूर्व केंद्रीय मंत्री और पीएमके नेता अंबुमणि रामदॉस ने आज तमिलनाडु के राज्यपाल के रोसैया को ज्ञापन सौंपकर 25 अप्रैल को विल्लुपुरम जिले के मरक्कणम में हुई हिंसा के मामले में सीबीआई और न्यायिक जांच की मांग की।
सशर्त जमानत पर रिहा किये जाने के एक दिन बाद अंबुमणि ने राज्यपाल से अनुरोध किया कि पीएमके कार्यकर्ताओं को गुंडा कानून तथा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत हिरासत में रखना बंद किया जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमारे राज्य में बिना बात के हो रही गिरफ्तारियों को रोका जाए और मुख्य सचिव, गृह सचिव तथा डीजीपी को झूठी गिरफ्तारियां तत्काल रोकने के लिए निर्देश दिया जाए। अंबुमणि को 3 मई को गिरफ्तार किया था और पिछले साल ममल्लापुरम में पीएमके के एक समारोह में दंगे और गैरकानूनी सभा समेत अपराधों के लिए पास की पुझल जेल में रखा गया था। उनके खिलाफ अन्य मामले भी लंबित हैं लेकिन उन्हें सशर्त जमानत मिल गयी।
अंबुमणि के पिता पीएमके संस्थापक एस रामदॉस को तिरुचिरापल्ली जेल में रखा गया है। उन्हें 30 अप्रैल को निषेधाज्ञा उल्लंघन के मामले में विल्लुपुरम में गिरफ्तार किया गया था।
ज्ञापन में यह मांग भी की गयी है कि राज्य के कुछ हिस्सों में सरकारी संपत्ति पर हमलों के मामले में सीबीआई और न्यायिक जांच कराई जाए। (एजेंसी)
First Published: Friday, May 10, 2013, 16:19