महाराष्ट्र सरकार में संकट गहराया, एनसीपी की बैठक आज

महाराष्ट्र सरकार में संकट गहराया, एनसीपी की बैठक आज

महाराष्ट्र सरकार में संकट गहराया, एनसीपी की बैठक आजज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो

मुंबई : महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पद से इस्तीफा देने की घोषणा के बाद मंगलवार देर शाम राज्य मंत्रिमंडल में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) कोटे के मंत्रियों ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी। इसके बाद महाराष्‍ट्र सरकार में संकट गहरा गया है। राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक के अनुसार, मंत्रियों ने पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख मधुकरराव पिच्छड को अपना इस्तीफा सौंपा है। पार्टी का शीर्ष नेतृत्व, मंत्री एवं विधायक के साथ बुधवार को बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार करेगा। हालांकि, शरद पवार के इन मंत्रियों के इस्‍तीफे की खबर से इनकार करने के बाद एनसीपी में अंदरुनी स्थिति उलझती जा रही है। पवार ने कहा है कि पार्टी में सब कुछ नियंत्रण में है और पार्टी की बैठक में सभी मसलों का हल निकाल लिया जाएगा।

सूत्रों के अनुसार, अजित के इस्‍तीफे के वजह को पवार परिवार के भीतर के कलह को जिम्‍मेवार ठहराया जा रहा है। कहा यह भी जा रहा है कि पवार के पारिवारिक विवाद के चलते ही पार्टी में घमासान मचा है।

महाराष्‍ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा में राकांपा के 61 और कांग्रेस के 82 सदस्य हैं। विपक्षी शिवसेना के 45 तथा भाजपा के 47 विधायक हैं।

गौर हो कि सिंचाई परियोजनाएं मंजूर किए जाने में अनियमितता बरतने के आरोप में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार के इस्तीफे के तुरंत बाद उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायकों ने यहां बैठक की और इस बात की मांग रखी कि पार्टी राज्य सरकार से अपना समर्थन वापस लेकर उसे बाहर से समर्थन दे। उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि अजीत पवार के इस्तीफा देने के बारे में पहले वह अपनी पार्टी कांग्रेस और गठबंधन सहयोगी राकांपा के नेताओं से बातचीत करेंगे और इसके बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेंगे। उन्होंने कहा कि मैंने अजीत पवार का एक पत्र प्राप्त किया है, जिसमें मंत्रिपरिषद से उनके इस्तीफे का जिक्र है और जिन विभागों का जिम्मा उनके पास था उसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था किए जाने का सुझाव है। कोई भी फैसला करने से पहले मैं दोनों दलों के नेताओं से संपर्क करूंगा।

राकांपा विधायक विनायक मेटे ने बताया था कि विधानसभा एवं विधान परिषद में राकांपा के सदस्यों ने यहां बैठक की और इस बात की मांग रखी कि पार्टी सरकार से नाता तोड़े। उन्होंने कहा कि राकांपा विधायक चाहते हैं कि पार्टी सरकार को बाहर से समर्थन प्रदान करे। महाराष्ट्र के विपक्षी दलों ने आज उप-मुख्यमंत्री अजीत पवार के इस्तीफे का यह कहते हुए स्वागत किया कि सच जरूर सामने आना चाहिए। भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सुधीर मुंगंतिवार ने कहा कि चाहे अदालत की ओर से की गयी कटु आलोचना हो या मुख्यमंत्री की ओर से यह कहना कि वह सिंचाई के मुद्दे पर श्वेत पत्र लाएंगे, कोई भी उचित जांच तब तक नहीं हो सकती जब तक मंत्री अपने पद पर बैठा हो।
उन्होंने कहा कि यह अच्छा हुआ कि उन्होंने इस्तीफा दे दिया। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा कि अजीत पवार का इस्तीफा महज एक ‘नौटंकी’ है।

बहरहाल, बारामती से लोकसभा सदस्य सुप्रिया सुले ने कहा कि उन्हें अजीत पवार पर गर्व है। उन्होंने कहा कि राकांपा राज्य में राजनीतिक अस्थिरता नहीं पैदा करना चाहती। अजीत दादा ने काफी सोच-विचारकर इस्तीफा देने का फैसला किया है। मुझे अपने भाई पर गर्व है। सिंचाई परियोजनाएं मंजूर करने में अनियमितता बरतने के आरोप लगने के बाद उप-मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अजीत पवार के फैसले को उनकी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पूरा समर्थन दे रही है।

First Published: Wednesday, September 26, 2012, 09:37

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