Last Updated: Thursday, January 31, 2013, 12:56
कोलकाता : राजनीतिक पार्टियों द्वारा अपमानजनक टिप्पणियां किए जाने से नाराज यौनकर्मियों एवं किन्नरों की संस्थाओं ने उनके मानवाधिकार का उल्लंघन करने के खिलाफ पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग (डब्ल्यूबीएचआरसी) से हस्तक्षेप की मांग की है।
यौनकर्मियों के लिए काम करने वाली कोलकाता स्थित गैरसरकारी संस्था `दरबार महिला समन्वय कमेटी` और `एसोसिएशन आफ ट्रांस-जेंडर इन बंगाल` ने बुधवार को आयोग में एक शिकायत याचिका दर्ज की है। आयोग के अधिकारियों ने कहा कि इन दोनों संस्थाओं ने शिकायत की है कि उन्होंने इस टिप्पणी से खुद को अपमानित महसूस किया है और वे आयोग से हस्तक्षेप की मांग करती हैं।
दूसरी ओर आयोग ने इस मामले की जांच किए जाने का आश्वसान दिया है। गौरतलब है कि ऑल इंडिया फारवर्ड ब्लाक के एक वरिष्ठ नेता ने 28 जनवरी को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) की यौनकर्मियों से तुलना करते हुए उसे अवसरवादी बताया था।
इसका जवाब देते हुए टीएमसी के नेता ने राज्य में वामपंथी सरकार के कार्यकाल में मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) के अत्याचार के खिलाफ कुछ कर पाने में असमर्थ रहने पर फारवर्ड ब्लॉक की तुलना किन्नरों से की थी। (एजेंसी)
First Published: Thursday, January 31, 2013, 12:56