Last Updated: Wednesday, February 15, 2012, 12:44

बांदा (यूपी) : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निष्कासित पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने बुधवार को कहा कि उनका राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) घोटाले से कोई लेना देना नहीं है और उन्हें इस मामले में फंसाया जा रहा है।
उन्होंने सीधे तौर पर इस घोटाले के लिए मुख्यमंत्री मायावती को जिम्मेदार ठहराया। बांदा के अतर्रा में राष्ट्रीय अधिकार मंच द्वारा आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए पूर्व परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा ने कहा, परिवार कल्याण विभाग मेरे पास दो साल से था, लेकिन इस अविध में किसी भी फाइल पर मेरे हस्ताक्षर नहीं हैं।
मुख्यमंत्री मायावती पर घोटाले का ठीकरा फोड़ते हुए कुशवाहा ने कहा, मेरा एनआरएचएम घोटाले से कोई संबंध नहीं है। मैं बेकसूर हूं। यह घोटाला मुख्यमंत्री मायावती के इशारे पर हुआ। जब वह फंसने लगीं तो मुझे पर कार्रवाई कर दी। मुझ्झे केवल ढाल की तरह इस्तेमाल किया गया।
कुशवाहा ने कहा कि 1984 से 2012 तक बसपा की सेवा की है। उसके बदले उन्हें केवल बदनामी झेलनी पड़ी है।
कुशवाहा ने कहा कि बसपा और कांग्रेस दोनों पिछड़ों के विरोधी हैं। दोनों ने आपसी सांठगांठ के जरिए पिछड़ों के कोटे में कटौती करके 4.5 फीसदी आरक्षण अल्पसंख्यकों को दे दिया। कुशवाहा ने कहा कि वह पिछड़ों के अधिकारों की लड़ाई लड़ते रहेंगे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, February 15, 2012, 18:14