Last Updated: Monday, April 9, 2012, 15:09
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में इतिहास के पाठ्यक्रम से कार्ल मार्क्स और फ्रेडेरिक एंजिल्स की जीवनी को बाहर किए जाने की खबरों को लेकर हो रही आलोचना के बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार मार्क्स या लेनिन को अछूत नहीं मानती।
विधानसभा परिसर में पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत पी सी सेन की एक पेंटिंग का अनावरण करते हुए ममता ने कहा, हम कार्ल मार्क्स या लेनिन को अछूत नहीं समझते। उन्होंने कहा कि वह भारत में वाम आंदोलन और राष्ट्रीय आंदोलन को सलाम करती हैं। किसी की निजी पसंद या नापसंद हो सकती है लेकिन हम दूसरों के लिए अपनी पसंद को व्यक्त करते हुए किसी को अमान्य नहीं कर सकते।
मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी पाठ्यक्रम सुधार समिति की सिफारिशों के आलोक में आयी है जिसमें हायर सेकंडरी पाठ्यक्रम से मार्क्स और एंजिल्स को पाठ्यक्रम से हटाने की बात की गयी है। समिति के अध्यक्ष अवीक मजूमदार ने कहा कि राज्य में इतिहास के पाठ्यक्रम में एक खास विचारधारा को प्रमुखता दी गयी है और इसे संतुलित करने का प्रयास किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, April 10, 2012, 10:31