मालेगांव विस्फोट: आरटीआई से नया खुलासा - Zee News हिंदी

मालेगांव विस्फोट: आरटीआई से नया खुलासा

मुंबई : महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) से संबद्ध एक पुलिस कांस्टेबल ने वर्ष 2006 के मालेगांव बम विस्फोट में कथित भूमिका के लिए जेल में बंद और वादा माफ गवाह बने एक आरोपी को 2008 में मनी ऑर्डर से 3000 रुपए की राशि भेजी थी।

 

सामाजिक-सांस्कृतिक संगठन जमीयत उलेमा ए महाराष्ट्र की विधिक इकाई के महासचिव गुलजार आजमी की ओर से दाखिल आरटीआई अर्जी के जवाब में यह खुलासा हुआ कि एटीएस की नासिक इकाई से संबद्ध एक कांस्टेबल सदाशिव अभिमन्यु पाटिल ने अगस्त, सितंबर और नवंबर 2008 में आरोपी अबरार अहमद को तीन बार एक-एक हजार रुपए भेजे थे। यह राशि अपने आवासीय पते से नासिक के पुलिस मुख्यालय को भेजी थी।
इस आरटीआई अर्जी का जवाब बायकुला जेल से 5 जुलाई को भेजा गया। इसमें 34 वर्षीय आरोपी को अगस्त 2008 से जून 2011 के बीच मिले मनी ऑर्डरों का विवरण है।

 

आजमी ने आरोप लगाया, ‘एटीएस का असली चेहरा सामने आ गया है। तत्कालीन एटीएस प्रमुख के.पी. रघुवंशी ने अबरार को गलत तरीके से फंसाया और उसे वादामाफ गवाह बताते हुए कहा कि वह उसका तथा उसके परिवार का खयाल रखेगा। उसने उसे धन भी भेजा।’ उन्होंने दावा किया कि पाटिल के जरिए एटीएस ने अबरार को धन भेजा ताकि वह भविष्य में अपनी गवाही से नहीं मुकरे।

 

अबरार के भाई और वकील जलील अहमद ने कहा, ‘एटीएस के कांस्टेबल और उच्च अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने मेरे भाई को न सिर्फ गलत तरीके से फंसाया, बल्कि उसे वादामाफ गवाह बनने तथा अन्य लोगों को फंसाने के लिए धन भी दिया।’ अहमद ने कहा कि उन्होंने मार्च 2009 से अपने भाई की पैरवी शुरू की थी, जिसके बाद अबरार ने तथ्यों का खुलासा करने का फैसला किया ताकि यह पता लगाया जा सके कि विस्फोट से पहले और बाद में क्या हुआ। अप्रैल 2009 में आरोपी अपनी गवाही से मुकर गया।

 

उन्होंने दावा किया कि बंबई हाईकोर्ट में दाखिल हलफनामे में अबरार ने आरोप लगाया है कि किस तरह रघुवंशी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कई बार जेल आए और उन्होंने उसके वादामाफ गवाह बन जाने के बाद उसे धन देने का वादा किया। एटीएस अधिकारियों ने अबरार की पत्नी को भी धन दिया।’

 

इनवर्टर का कारोबार करने वाले अबरार को 16 दिसंबर 2006 को गिरफ्तार किया गया था। इसके तुरंत बाद वह वादामाफ गवाह बन गया। 8 सितंबर 2006 को शब-ए-बारात के बाद मालेगांव के बड़ा कब्रिस्तान क्षेत्र स्थित हमीदिया मस्जिद के निकट शक्तिशाली बम विस्फोट हुआ था। इसमें 37 लोगों की मौत हुई थी और 100 से अधिक अन्य लोग घायल हुए थे। (एजेंसी)

First Published: Tuesday, November 15, 2011, 16:47

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