‘मुख्यमंत्री दाल-भात योजना’ में भी धांधली

‘मुख्यमंत्री दाल-भात योजना’ में भी धांधली

मेदिनीनगर (झारखंड) : झारखंड के पलामू जिला स्थित पांडवा प्रखंड में ‘मुख्यमंत्री दाल-भात योजना’ के तहत फर्जी तरीके से 257 लोगों को खाने की आपूर्ति दिखाई गई, लेकिन असल में वहां खाना बनाया ही नहीं गया।

पांडवा के प्रखंड सहकारी अधिकारी भगवान राम की ओर से एक केंद्र के निरीक्षण के बाद योजना में हो रही ‘अनियमितता’ का पता चला। उन्होंने बताया कि 257 लोगों ने अंगूठा लगाकर लिखित रूप में कहा था कि आज उन्हें इस केंद्र में खाना मिला। उन्होंने बताया कि केंद्र में उनके पहुंचने पर वहां सिर्फ एक महिला मौजूद थी, जिसने उस वक्त सब्जियां काटनी ही शुरू की थी। उन्होंन बताया कि इस केंद्र पर पिछले कुछ दिनों से अनियमितता बरते जाने की शिकायत के बाद यह निरीक्षण किया गया।

राम ने आगे की कार्रवाई के लिये अपनी शिकायत नोडल अधिकारी विपिन उड़ांव को सौंप दी। इस केंद्र का संचालन ‘स्वर्णमति’ नाम का स्वयंसेवी समूह करता है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने गरीब परिवारों के लिए 15 अगस्त 2011 को यह योजना शुरू की थी। इसके तहत गरीब परिवारों को पांच रुपए थाली की दर से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, अस्पतालों और सार्वजनिक जगहों पर दाल, भात एवं सब्जी दी जाती है। (एजेंसी)

First Published: Friday, March 1, 2013, 18:39

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