Last Updated: Friday, September 20, 2013, 13:37

लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का वर्तमान मानसून सत्र शुक्रवार को समाप्त हो रहा है। सत्र की समाप्ति के साथ ही मुजफ्फरनगर हिंसा के मामले में आरोपी बनाए गए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चारों विधायकों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस कोई निर्णायक कदम उठा सकती है।
विधायकों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। सूबे की पुलिस पहले ही स्पष्ट कर चुकी है कि विधानमंडल का सत्र चल रहा है इसलिए विधायकों की गिरफ्तारी नहीं हो पायी। जैसे ही सत्र समाप्त होगा गिरफ्तारी का दौर शुरू होगा और कानून को पूरी तरह से अमल में लाया जाएगा।
सूबे के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने साफतौर पर कहा कि आरोपी विधायकों की गिरफ्तारी जानबूझकर रोकी गई है। यह पुलिस और प्रशासन का संयुक्त निर्णय है। सत्र समाप्त होते ही गिरफ्तारी शुरू होगी। इस बीच भाजपा ने भी अपने विधायकों की गिरफ्तारी की सम्भावनाओं को देखते हुए अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है। सत्र की समाप्ति के बाद आज शाम को एक बार फिर भाजपा के कार्यकर्ता और पुलिस आमने-सामने दिखाई दे सकते हैं।
आरोपी विधायकों की गिरफ्तारी के सवाल पर प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने केवल इतना कहा कि पुलिस अपना काम करे पार्टी अपना काम कर रही है। जब विधायकों की गिरफ्तारी होगी उसी वक्त पार्टी अपनी रणनीति का खुलासा करेगी। मालूम हो कि मुजफ्फरनगर में भड़काऊ भाषण कराकर हिंसा कराने के आरोप में भाजपा विधायकों संगीत सोम, भारतेंदु सिंह, हुकुम सिंह और सुरेश राणा की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया गया है।
पुलिस ने सोमवार को इन विधायकों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया था लेकिन भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के हंगामे को देखते हुए पुलिस ने अपनी रणनीति बदल दी और आरोपी विधायकों को गिरफ्तार नहीं किया। ऐसा माना जा रहा है कि आज सत्र की समाप्ति के साथ ही आरोपी विधायकों की गिरफ्तारी को लेकर भाजपा और सरकार के बीच टकराव बढ़ सकता है। (एजेंसी)
First Published: Friday, September 20, 2013, 12:01