Last Updated: Sunday, September 8, 2013, 15:01
लखनऊ : हिन्दू और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में साम्प्रदायिक हिंसा के बाद पैदा हालात के मद्देनजर दोनों समुदायों के लोगों ने संयम बरतने, बातचीत से समस्या का हल करने और राजनीतिक साजिशों से होशियार रहने की अपील की है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के सदस्य मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने बातचीत में मुजफ्फरनगर की वारदात को बेहद निन्दनीय बताते हुए कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पिछले कई दिनों से फसाद फैलाने की कोशिश की जा रही थी।
उन्होंने कहा, ‘हमारी मुसलमानों और हिन्दू भाइयों से अपील है कि वे हर तरीके से अमन कायम रखें और प्रशासन के साथ सहयोग करें। कोशिश करें कि हालात जल्द से जल्द ठीक हों।’ खालिद ने कहा कि मुजफ्फरनगर में हुई हिंसा सियासी खेल का नतीजा है। उसे उजागर किया जाए और सख्त से सख्त कार्रवाई हो। सिर्फ यह कह देना काफी नहीं है कि कुछ सियासी जमातें माहौल खराब करना चाहती हैं।
ऑल इंडिया शिया पर्सनल ला बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने भी मुजफ्फरनगर की वारदात पर अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि कुछ ताकतें हिन्दुओं और मुसलमानों को आपस में लड़ाकर राजनीतिक फायदा उठाना चाहती हैं। उधर, भारतीय संत समिति के अध्यक्ष आचार्य प्रमोद कृष्णम ने मुजफ्फरनगर समेत पूरे प्रदेश के हिन्दुओं तथा मुसलमानों से अपील की कि वे मसलों को बातचीत से सुलझाएं। वे फिलहाल अपने बच्चों के भविष्य को ध्यान रखते हुए सब्र करें। थोड़ा इंतजार करें। बातचीत से समस्याओं का हल निकालें।
उन्होंने कहा, ‘यह देश हिन्दू और मुसलमान दोनों का है। हम कुछ मुस्लिम धर्मगुरुओं से सम्पर्क कर रहे हैं। हमारी कोशिश है कि दोनों मजहबों के धर्मगुरुओं एक संयुक्त टीम मुजफ्फरनगर जाकर वहां लोगों को समझाए।’ (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 8, 2013, 15:01