Last Updated: Thursday, September 12, 2013, 19:56
मेरठ : मुजफ्फरनगर जिले की घटनाओं के संबंध में नकली सीडी बांटने प्रसारित करने वालों की सूचना देने पर पुलिस महानिदेशक द्वारा एक लाख रुपये के इनाम की घोषणा की गई है।
डीआईजी के. सत्यनारायण ने गुरुवार को यहां बताया कि ग्राम कवाल में हुई घटना के बाद यू-ट्यूब पर एक वीडियो क्लिप प्रसारित की जा रही थी। यह वीडियो क्लिप दो वर्ष पूर्व यू-ट्यूब पर अपलोड हुई थी और इसका संबंध पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिम के क्षेत्र से है।
इस वीडियो क्लिप को इस सोशल मीडिया की साइट पर इस प्रकार प्रसारित किया गया जिससे ऐसा प्रतीत हो कि मुजफ्फरनगर के कवाल गॉव में दिनांक 27 अगस्त की घटना से इसका संबंध हो। इस बात की अधिकारिक पुष्टि की जा चुकी है कि ग्राम कवाल की उपरोक्त घटना से इस वीडियो क्लिप का कोई सम्बन्ध नही है।
यू-टयूब पर उपरोक्त प्रसारण की सूचना मिलते ही तत्काल इसे 30 अगस्त को ही ब्लाक करा दिया गया । जो लोग सीडी बांटने तथा प्रसारित करने के सम्बन्ध में लिप्त हैं उनके बारे में पुलिस को सूचना देने वालों का नाम गोपनीय रखे जाने के साथ ही साथ उन्हे एक लाख रुपये का इनाम भी दिया जाएगा। सुब्रमणियम ने कहा कि प्रभावित क्षेत्रों के लोगों ने प्रधानमंत्री कार्यालय सहित विभिन्न प्राधिकारियों से संपर्क किया था लेकिन 29 अगस्त से स्थिति गंभीर और तनावपूर्ण बनी हुई है। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय से संपर्क करने पर उनकी प्रतिक्रिया बेहद चकित करने वाली थी। गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि उन्हें इन समस्याओं के निदान के बारे में शीर्ष अदालत से आदेश मिलना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, September 12, 2013, 19:56