Last Updated: Wednesday, April 24, 2013, 22:44
मुंबई : आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा का संदिग्ध सदस्य एवं 26/11 हमले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अबु जुंदाल ने बंबई हाईकोर्ट से विनती की है कि उसे उस एकांत कोठरी में नहीं रखा जाए जहां पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को कभी रखा गया था।
जुंदाल को मध्य मुंबई के आर्थर रोड जेल में रखा गया है। उसे उसी कोठरी में रखा गया है जहां पहले 26/11 हमले के एकमात्र जीवित आतंकवादी कसाब को रखा गया था। बाद में कसाब को पुणे के यरवदा जेल में फांसी दी गयी थी।
याचिका में अनुरोध किया गया कि आवेदक (जुंदाल) छह माह से एकांत कोठरी में रखा जा रहा है। इसकी वजह से वह अवसादग्रस्त हो गया है और ढंग से सोच नहीं पा रहा है। अन्य सभी विचाराधीन बंदियों की तरह उसे भी आम बैरक में रखा जाना चाहिए और चंद विशेषाधिकार दिए जाने चाहिए। इससे पहले निचली अदालत में जंदल की याचिका में दावा किया गया था कि वह कसाब को लेकर बुरी तरह खौफजदा रहता है। इसके बाद अदालत ने उसका मनोवैज्ञानिक जांच कराने का आदेश दिया था। लेकिन जेल अधिकारियों ने बताया कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ है। मौजूदा याचिका में दावा किया गया है कि वह मानसिक रूप से स्वस्थ नहीं है। उसे जब दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया तो उसका उपचार चल रहा था।
जुंदाल के खिलाफ यहां मकोका अदालत में 2006 में औरंगाबाद के हथियार जमा करने के मामले में कथित संलिप्तता का मुकदमा चल रहा है। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 24, 2013, 22:44