Last Updated: Saturday, April 6, 2013, 13:44
ज़ी न्यूज़ ब्यूरोप्रतापगढ़ (यूपी) : बहुचर्चित डीएसपी जियाउल हक हत्याकांड में सपा सरकार के आरोपी पूर्व मंत्री रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की बढ़ रही मुश्किलों के बीच उनके खिलाफ एक और प्राथमिकी दर्ज की गई है। दिवाकर त्रिपाठी नाम के एक गवाह ने राजा भैया के खिलाफ संग्रामगढ़ थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है। इस प्राथमिकी के अनुसार बाइक पर सवार पांच-छह लोग आए और उसे जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस के अनुसार दिवाकर त्रिपाठी की तहरीर पर भारतीय दंड संहिता की धारा 147, 148, 506, 504, 323 और 120बी के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। राजा भैया ने इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।
मायावती के मुख्यमंत्रित्व काल में 2010 में राजा भैया और उनके समर्थकों पर खंड विकास समिति सदस्यों (बीडीसी मेम्बर) के अपहरण का आरोप लगा था। कुंडा थाने में काफी बवाल हुआ था। थाना परिसर में राजा भैया के समर्थकों पर गोली चलाने का भी आरोप लगा था। दिवाकर त्रिपाठी उसी मामले में गवाह हैं। त्रिपाठी का कहना है कि उन्हें गवाही नहीं देने के लिए विवश किया जा रहा है जबकि पुलिस का कहना है कि त्रिपाठी की रिपोर्ट दर्ज कर जांच की जा रही है हालांकि वह गनर लेने के लिए भी प्रयासरत हैं।
दूसरी ओर बलीपुर गांव में गत दो मार्च को पुलिस उपाधीक्षक जियाउल हक, ग्राम प्रधान नन्हे यादव व उसके भाई सुरेश यादव हत्याकांड में भी राजा भैया पर शिकंजा कसता जा रहा है। मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम पर मृतक ग्राम प्रधान नन्हें यादव का भाई पवन यादव ने राजा भैया के पक्ष में काम करने तथा परिवार के उत्पीडन का आरोप लगाते हुए अपने घर के सामने आमरण अनशन पर बैठ गया है।
उधर, सीबीआई की मांग पर कुंडा सर्किल के 111 पुलिसकर्मिर्यो के खिलाफ तबादले की कार्रवाई से जिले के पुलिसकर्मियों में आक्रोश है। सीबीआई ने अगले सप्ताह राजा भैया को पूछताछ के लिए तलब किया है। पुलिस उपाधीक्षक की पत्नी परवीन आजाद ने राजा भैया के खिलाफ हत्या की साजिश के तहत मुकदमा दर्ज कराया था जबकि सीबीआई ने इसे हत्या के मुकदमें में तब्दील कर दिया है।
First Published: Saturday, April 6, 2013, 13:44