मेरठ के डीजीपी करेंगे स्टिंग के सीडी की जांच

मेरठ के डीजीपी करेंगे स्टिंग के सीडी की जांच

लखनऊ : मुजफ्फरनगर दंगों के सिलसिले में एक समाचार चैनल द्वारा किए गए कथित स्टिंग ऑपरेशन सम्बन्धी सीडी की जांच मेरठ के पुलिस महानिरीक्षक (डीजीपी) करेंगे।

पुलिस महानिरीक्षक (कानून-व्यवस्था) राजकुमार विश्वकर्मा ने आज यहां संवाददाताओं को बताया, ‘हमने स्टिंग ऑपरेशन सम्बन्धी रिपोर्ट देखी है और मेरठ के पुलिस महानिरीक्षक से उसकी जांच करने को कहा गया है।’ स्टिंग ऑपरेशन के प्रसारण के दौरान मुजफ्फरनगर में कुछ पुलिसकर्मियों को निलम्बित किये जाने के कारण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि कर्तव्य के प्रति लापरवाही के आरोप में करीब आठ-नौ पुलिसकर्मी निलम्बित किये गये हैं और कल जो हुआ वह उसी प्रक्रिया के तहत हुआ है।

गौरतलब है कि एक टीवी चैनल द्वारा किये गये कथित स्टिंग आपरेशन में कुछ पुलिसकर्मियों को यह कहते हुए दिखाया गया है कि प्रदेश के वरिष्ठ काबीना मंत्री आजम खां ने उन्हें दंगे रोकने से मना किया था। हालांकि, खां ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि अगर आरोप साबित हो जाए तो वह कोई भी सजा भुगतने के लिए तैयार हैं। दंगों के मामले में नामजद भाजपा विधायकों की गिरफ्तारी की सम्भावनाओं के बारे में विश्वकर्मा ने कहा कि अदालत ने उनके खिलाफ वारंट जारी किये हैं और कानूनी प्रक्रिया का पालन किया जाएगा।

कथित रूप से भड़काऊ भाषण देकर दंगे कराने के आरोप में भाजपा विधायकों संगीत सोम और भारतेन्दु सिंह, बसपा विधायकों नूर सलीम और मौलाना जमील, बसपा सांसद कादिर राणा, कांग्रेस नेता सईदुज्जमां और भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) प्रमुख नरेश टिकैत समेत 16 लोगों के खिलाफ मुजफ्फरनगर की एक अदालत ने वारंट जारी किया है। उन्होंने बताया कि अब तक आठ लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून की तामील की जा चुकी है। हालांकि उनमें से कोई भी विधायक नहीं है। (एजेंसी)

First Published: Wednesday, September 18, 2013, 19:53

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