Last Updated: Tuesday, March 12, 2013, 16:33

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : यमुना बचाओ अभियान पर निकले यमुना रक्षक दल का अल्टीमेटम मंगलवार को खत्म हो गया। गौर हो कि अपनी मांगें पूरी न होने पर दल ने संसद तक मार्च करने की चेतावनी दी थी।
दिल्ली की सीमा में पहले ही प्रवेश कर चुके आंदोलनकारियों के मद्देनजर अलीगांव में आरएएफ की कंपनियां तैनात की गई हैं। उधर, कहा जा रहा है कि यमुना मुक्ति यात्रा के दबाव में आखिरकार सरकार ने यमुना के समानांतर गंदे पानी के लिए अलग से नाला बनाने की मांग मान ली है। आंदोलनकारियों के साथ मिलकर इसकी विस्तृत योजना अगले दो महीने में तैयार भी कर ली जाएगी। वहीं, सरकार ने हथिनीकुंड बैराज से छोड़े जा रहे पानी को भी बढ़ाने का भरोसा दिया है। अंतिम प्रस्ताव के लिए आंदोलनकारियों से एक दिन का और समय मांगा गया, जिस पर वे तैयार हो गए।
यमुना रक्षक दल के अध्यक्ष जयकिशन दास ने बताया कि सरकार ने हथिनीकुंउ बैराज से छोड़े जाने वाले पानी की बढ़ी हुई मात्रा तय करने के लिए मंगलवार तीन बजे तक का समय मांगा है। इसी वजह से प्रस्तावित संसद मार्च को उक्त समयसीमा तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। उनका कहना है कि यदि सरकार निर्धारित समससीमा तक इस दिशा में संतोषजनक फैसला नहीं करती है तो फिर से संसद मार्च निकाला जाएगा।
First Published: Tuesday, March 12, 2013, 16:33