Last Updated: Friday, March 30, 2012, 08:44
लखनऊ : केंद्रीय बजट में बिना ब्रांड वाले स्वर्ण आभूषणों पर एक फीसदी उत्पाद शुल्क लगाने के विरोध में 17 मार्च से हड़ताल कर रहे उत्तर प्रदेश सर्राफा व्यापार मंडल के समर्थन में शुक्रवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल द्वारा आयोजित प्रदेश बंद का आम जनजीवन पर खासा असर पड़ा। सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में राजधानी लखनऊ, कानपुर, वाराणसी और इलाहाबाद में कई जगहों पर सैकड़ों व्यापारियों ने दुकानें बंद कर धरना प्रदर्शन किया और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
वाराणसी में सर्राफा व्यापारियों के बंद में दवा कारोबारियों के शामिल होने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। व्यवसायियों का दावा है कि बंद से करीब 10 करोड़ रुपये के व्यापार का नुकसान हो सकती है। वाराणसी के अलावा सूबे की औद्योगिकी नगरी कानपुर में भी सर्राफा व्यापारियों की हड़ताल का असर देखने को मिल रहा है। वाराणसी और कानपुर के अलावा आजमगढ़ में भी प्रदेश बंद का असर देखने को मिला। जिले की दवा और सर्राफा की दुकानें सुबह से ही बंद हैं। जिले के वकील भी अब बंद के समर्थन में उतर गए हैं।
उल्लेखनीय है कि बजट में बिना ब्रांड वाले स्वर्ण आभूषणों पर एक फीसदी उत्पाद शुल्क लगाने और सोने पर आयात शुल्क बढ़ाने से नाराज सर्राफा व्यापारी गत 17 मार्च से ही पर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। सर्राफा व्यापारियों का दावा है कि पिछले 13 दिनों से चल रही हड़ताल की वजह से अकेले कानपुर में करीब 500 करोड़ रुपये के कारोबार का नुकसान हुआ है।
उत्तर प्रदेश सर्राफा व्यापार मंडल के अध्यक्ष महेश चंद्र जैन ने बताया कि सर्राफा व्यापारियों के समर्थन में उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापर मंडल ने आज पूरे प्रदेश में बंद का ऐलान किया है। बंद को कई संगठनों का समर्थन प्राप्त है। बंद के दौरान लोहा, मशीनरी, दवा और अनाज आदि से सम्बंधित सभी प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।
(एजेंसी)
First Published: Friday, March 30, 2012, 14:14