Last Updated: Monday, July 29, 2013, 14:30

लखनऊ : दिल्ली से सटे नोएडा में खनन माफिया के खिलाफ अभियान चलाने के कारण चर्चा में आईं एसडीएम दुर्गाशक्ति नागपाल के निलंबन पर विवाद बढ़ता जा रहा है। दुर्गाशक्ति के निलंबन के मुद्दे को लेकर सोमवार को आईएएस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने कार्यवाहक मुख्य सचिव आलोक रंजन से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ दुर्गाशक्ति भी मौजूद थीं।
एसोसिएशन के महासचिव पार्थसारथी सेन शर्मा ने बताया कि रंजन के साथ बैठक में नोएडा की उपजिलाधिकारी दुर्गाशक्ति नागपाल को बिना नोटिस दिए निलंबित किए जाने पर असंतोष जाहिर करते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई को वापस लिए जाने की मांग की गई। शर्मा ने बताया कि रंजन ने मुलाकात के दौरान कहा कि वह मामले को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सामने रखेंगे। अखिलेश इस वक्त कर्नाटक में हैं।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल के दिनों में खनन माफिया के विरद्ध अभियान चलाने के लिये चर्चा में रहीं गौतम बुद्ध नगर की उपजिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को परसों निलम्बित कर दिया था। सरकार के एक प्रवक्ता ने कल देर रात बयान जारी कर बताया कि वर्ष 2009 बैच की आईएएस अधिकारी और गौतमबुद्ध नगर (सदर) तहसील की उपजिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को रबूपुरा थाना क्षेत्र के कादलपुर गांव में एक निर्माणाधीन धर्मस्थल को कानूनी प्रक्रिया का पालन किए बगैर हटवा देने के कारण 27 जुलाई की रात निलंबित कर दिया गया।
दुर्गाशक्ति ने हाल के दिनों में नोएडा में यमुना और हिंडन नदी के तटवर्ती इलाकों में चल रहे अवैध खनन के विरद्ध अभियान चला रखा था और अवैध खनन के मामले में लगभग दो दर्जन प्राथमिकियां दर्ज कराई थीं। विपक्षी दलों ने आरोप लगाया है कि युवा आईएएस अधिकारी नागपाल का निलंबन सत्तारुढ़ दल से जुड़े अवैध खनन माफियाओं के दबाव में किया गया है। (एजेंसी)
First Published: Monday, July 29, 2013, 14:30