Last Updated: Friday, November 4, 2011, 09:46
बेंगलुरु: कर्नाटक हाईकोर्ट ने राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की जमानत पर सुनवाई शुक्रवार को आठ नवम्बर तक के लिए टाल दी। उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के पांच मामले हैं। सरकारी भूमि घोटाले से सम्बंधित दो मामलों में वह पिछले 15 दिनों से जेल में हैं।
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को जेल में और समय गुजारना होगा। भ्रष्टाचार के एक अन्य मामले में येदियुरप्पा को सशर्त जमानत देने वाले न्यायमूर्ति बी वी पिंटो ने कहा कि उन्हें मामले का अध्ययन करने और कुछ स्पष्टीकरण के लिए और समय की जरूरत है।
इसके साथ ही पिछले 21 दिनों से न्यायिक हिरासत में बंद 68 साल के येदियुरप्पा के शुक्रवार को रिहा होने की संभावना खत्म हो गई। न्यायमूर्ति पिंटो ने कहा, ‘मैं अभी भी मामले का अध्ययन कर रहा हूं । अध्ययन जारी है और अभी खत्म नहीं हुआ है। मुझे और स्पष्टीकरण की जरूरत है।’
न्यायमूर्ति पिंटो ने गुरुवार को येदियुरप्पा को दो मामलों में से एक में जमानत दे दी थी लेकिन एक अन्य पर फैसला शुक्रवार के लिए सुरक्षित रखा था।
येदियुरप्पा को एक शिकायत के मामले में राहत मिली जिसमें उनपर व्यक्तिगत लाभ के लिए सरकारी जमीन को गैर-अधिसूचित करने का आरोप लगाया गया था जबकि एक अन्य शिकायत को आज के लिए रोक दिया गया।
जमीन को अवैध तौर पर गैर अधिूसचित करने के आरोप का सामना कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा इस घोटाले में कथित तौर पर शामिल होने के कारण परेशानियों का सामना कर रहे हैं जिसमें उनके मुख्यमंत्रित्व काल में बेशकीमती जमीन को कौड़ियों के मोल में उनके परिवार के सदस्यों को दे दिया गया। येदियुरप्पा और उनके परिवार के सदस्य तीन अन्य मामलों में अग्रिम जमानत याचिका दायर कर रखी है जिसपर हाईकोर्ट ने सुनवाई आठ नवंबर तक के लिए टाल दी।
पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा उनके बेटे और लोकसभा सांसद बी वाई राघवेंद्र और दामाद आरएन सोहन कुमार सहित अन्य आरोपी हैं।
लोकायुक्त अदालत में दायर वकील सिराजिन बाशा की शिकायतों पर गिरफ्तारी के भय से उन्होंने अग्रिम जमानत याचिका दायर की।
(एजेंसी)
First Published: Friday, November 4, 2011, 15:25