येदियुरप्पा को जमानत, जेल से हुए रिहा - Zee News हिंदी

येदियुरप्पा को जमानत, जेल से हुए रिहा

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
बंगलुरु : जमीन घोटाले में फंसे कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को मंगलवार को हाईकोर्ट ने जमानत दे दी। जमानत मिलने के बाद उन्‍हें जेल से देर शाम रिहा कर दिया गया। येदियुरप्‍पा 25 दिनों के बाद जेल से रिहा हुए हैं। कर्नाटक हाईकोर्ट ने बीते शुक्रवार को उनकी जमानत पर सुनवाई 8 नवम्बर तक के लिए टाल दी थी।

 

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा को मंगलवार को हाईकोर्ट ने भूमि घोटाले के एक मामले में सशर्त जमानत दे दी, जिससे उनके जेल से रिहा होने का रास्ता साफ हो गया। न्यायमूर्ति बी.वी. पिंटो ने येदियुरप्पा की जमानत अर्जी को इस शर्त पर मंजूर किया कि वह पांच लाख रुपए का मुचलका भरें और साक्ष्यों से छेड़छाड़ की कोशिश न करें। येदियुरप्पा को 15 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया था।

 

येदियुरप्पा को अपने परिवार के सदस्यों के लिए सरकारी जमीन को गैर अधिसूचित करने में कथित अनियमितता के लिए उनके खिलाफ दाखिल तीसरी निजी शिकायत पर जमानत दी गई। उन्हें पांच दिन पहले इसी तरह के आरोपों में दूसरी शिकायत पर भी जमानत मिल गई थी। न्यायाधीश ने पूर्व मंत्री एस.एन. कृष्णया शेट्टी को भी जमानत दे दी। वह सिराजिन बाशा और के.एन. बलराज अधिवक्ताओं द्वारा लोकायुक्त अदालत में दाखिल की गई तीसरी निजी शिकायत में येदियुरप्पा के साथ आरोपी थे।

 

लोकायुक्त की विशेष अदालत ने 15 अक्टूबर को येदियुरप्पा और शेट्टी की जमानत अर्जियां नामंजूर कर दी थीं और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। येदियुरप्पा और शेट्टी की जमानत याचिकाओं पर फैसला सुनाते हुए न्यायमूर्ति पिंटो ने कहा कि निचली अदालत ने इस बात पर विचार नहीं किया कि शिकायतकर्ताओं द्वारा दाखिल किए गए दस्तावेज वैध हैं या नहीं, इसलिए उनकी जांच की जानी चाहिए।

 

न्यायाधीश ने कहा कि शिकायतकर्ता ने निचली अदालत के सामने दर्ज किए गए अपने सात पन्ने के बयान में यह नहीं कहा कि उन्होंने जो दस्तावेज दाखिल किए हैं वह ‘सच्चे’ हैं। इन हालात में दस्तावेज पर विचार नहीं किया जाना चाहिए था। न्यायाधीश ने जमानत याचिकाओं को मंजूर करते हुए कहा, ‘इसलिए आरोपियों को जमानत देने में कोई हर्ज नहीं है।’

 

मालूम हो कि बीते 15 अक्टूबर को येदियुरप्पा ने लोकायुक्त की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था और उन्हें एक हफ्ते के लिए जेल भेज दिया गया था। तब से 10 से अधिक बार कोर्ट में येदियुरप्पा की जमानत टलती रही। यहां तक कि दीपावली के मौके पर भी कोर्ट ने जमानत देने से इनकार कर दिया था और येदियुरप्पा को दिवाली जेल में मनानी पड़ी थी।

First Published: Wednesday, November 9, 2011, 16:24

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