Last Updated: Tuesday, October 11, 2011, 11:08
पटना : लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती के अवसर पर उनके जन्मस्थली सिताबदियारा (सीवान) से भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी जनचेतना यात्रा की शुरूआत करते हुए आडवाणी ने राजग शासित प्रदेशों में सुशासन का दावा करते हुए आज संकल्प लिया कि 21वीं शताब्दी को भारत की शताब्दी बनाकर रहेंगे।
उन्होंने कहा कि 1997 की अपनी पिछली यात्रा के दौरान उन्होंने गांवों का दौरा किया था और देश की आजादी के 50 साल बाद भी यहां निरक्षरता पायी थी और गांवों में बिजली एवं सडकें नहीं थी। आडवाणी ने कहा, उन्हें याद है कि वे पूर्व में जब बिहार आते थे तो यहां की सडकों की स्थिति को देखकर उन्हें रोना आता था और तब उन्होंने कहा था ‘मेरी मान्यता है कि 1947 में देशभक्तों ने कुर्बानियां के कारण भारत को स्वराज मिला पर उसके बाद जिन्होंने शासन संभाला प्राय: उनमें से अधिकांश एक अच्छा राज और सुशासन नहीं स्थापित कर सके।
1947 में देश की आजादी के बाद सिताबदियारा में आज बिजली आने पर आडवाणी ने कहा कि हिंदुस्तान में ऐसे हजारों गांव और भी हैं जहां अभी बिजली पहुंचायी जानी है। उन्होंने कहा कि बिहार में 15 साल के एक शासन के बाद 2005 में नीतीश जी के नेतृत्व में यहां राजग शासन शुरू हुआ और आज यहां जो परिवर्तन आया है वह सभी के सामने है।
आडवाणी ने कहा कि देश की आजादी के पचास वर्ष पूरे होने के बाद नई दिल्ली में राजग की सरकार बनी और छह सालों तक शासन रहा तथा धीरे-धीरे करके अब देश के नौ राज्यों में राजग का शासन है और उनमें एक बिहार भी है, जहां राजग को सत्ता में आए छह साल पूरे हो चुके हैं। आडवाणी ने कहा कि वे राजग के एक प्रवक्ता के तौर पर विश्वास दिलाते हैं कि उनके गठबंधन का शासन चाहे केंद्र हो या कोई और राज्य जहां भी आएगा, हम ईमानदारी से कोशिश करेंगे कि सुशासन स्थापित हो।
उन्होंने संकल्प लेते हुए कहा कि 20वीं शताब्दी अमेरिका और रूस सहित अन्य पश्चिमी देशी की शताब्दी रही होगी पर 21वीं शताब्दी को भारत की शताब्दी बनाकर रहेंगे। आडवाणी ने भ्रष्टाचार के खिलाफ वर्ष 1973-74 में छेडे़ गए लोकनायक जयप्रकाश नारायण के आंदोलन की चर्चा करते हुए कहा कि उनकी प्रेरणा के कारण ही वामदलों को छोडकर सभी गैर कांग्रेसी दल एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ संघर्ष करने के लिए खडे़ हुए थे।
उन्होंने कहा कि 1975 में देश में जिस समय लोकतंत्र संकट में आया और देश में आपातकाल लग गया, उस समय अगर जेपी जैसा नेतृत्व नहीं होता तो देश में लोकतंत्र शायद कभी वापस नहीं आता। भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश नारायण से प्रेरणा पाकर वे आज उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित कर उनकी जन्मभूमि से भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी यात्रा प्रारंभ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सिताब दियारा पुन: आने के न्यौते को स्वीकार करते आडवाणी ने उनकी रथ यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा कि उनकी यह यात्रा देश में फैले भ्रष्टाचार और इससे आम नागरिकों को हो रही कठिनाई, विदेशी बैंकों में पडे कालाधन को वापस लाने के जन चेतना के लिए है और यह सफल होगी। आडवाणी ने कहा, आगामी 20 नवंबर को दिल्ली में उनकी यात्रा खत्म होने पर उन्हें विश्वास है कि लोकपाल बिल, भ्रष्टाचार के कारण आमजनता को हो रही परेशानी का मामला हो या कालाधन को देश में लाने का सवाल हो, आने वाले संसद के शीतकालीन सत्र में ये मुद्दे उठाए जाएंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में आडवाणी की इस यात्रा का समर्थन करते हुए विश्वास जताया कि उनकी यह यात्रा सफल होगी। उन्होंने अपनी सरकार द्वारा बिहार में भ्रष्टाचार पर काबू पाने के लिए उठाए गए कदमों का जिक्र करते हुए कहा कि इसे समाप्त करने के लिए उनका प्रयास आगे भी जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि आज देश में भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों के मन में इतना आक्रोश है कि बगैर किसी संगठन वाले और गैर राजनीतिक व्यक्ति अन्ना हजारे जैसे के साथ खडे़ हो गए। उन्होंने आडवाणी को अपनी यह यात्रा पूरी करने के बाद पुन: सिताब दियारा आने का न्यौता दिया।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, October 11, 2011, 16:39