Last Updated: Saturday, July 21, 2012, 22:36
नई दिल्ली : महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध के लिए संवेदनशीलता और सामाजिक जिम्मेदारी की कमी को जिम्मेदार ठहराते हुए दिल्ली की मंत्री किरण वालिया ने आज कहा कि लड़कियां क्या पहनें यह बताने के बजाए वक्त आ गया है कि परिवार को बताया जाए कि लड़कों की परवरिश कुछ अलग तरीके से करें ।
वालिया ने कहा, हमें अपने घरों में लड़कों की अलग तरीके से परवरिश करने की जरूरत है । लड़कों को स्कूल से ही संवेदनशील बनाए जाने की जरूरत है । हमें शुरू से ही उन्हें बताने की जरूरत है कि शक्तिशाली होने का मतलब सुसंस्कृत होना और महिलाओं से सम्मानपूर्वक व्यवहार करना है ।
यह पूछने पर कि इस तरह के सुझाव दिए जा रहे हैं कि महिलाओं के पश्चिमी कपड़े पहनने से हिंसा को बढ़ावा मिलता है तो वालिया ने कहा कि यह बकवास विचार है और पुरुष सिर्फ इसलिए नियंत्रण नहीं खो सकते कि किसी महिला ने पश्चिमी पहनावे पहन रखे हैं।
उन्होंनेसंवाददाताओं से कहा, ऐसे लोग अगर पश्चिमी देशों में जाते हैं तो क्या करेंगे? पागल हो जाएंगे ? और हमने हर प्रकार की और हर उम्र वर्ग की महिलाओं के खिलाफ हिंसा देखी है। मैं ऐसा नहीं मानती। उन्होंने कहा, परिवर्तन के लिए कानून एक महत्वपूर्ण उपकरण है लेकिन पूरा समाधान नहीं है। बलात्कार कानून में परिवर्तन और इसे अधिक कड़ा एवं जुर्माने वाला बनाने के मुद्दे पर वालिया ने कहा कि जब तक सजा की दर कम है तब तक इससे कोई ज्यादा फर्क पड़ने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा कि केवल सजा में बढ़ोतरी होने भर से ज्यादा बदलाव आने वाला नहीं है जब तक कि तेजी से समाधान की प्रक्रिया लागू नहीं होती। (एजेंसी)
First Published: Saturday, July 21, 2012, 22:36