Last Updated: Saturday, May 5, 2012, 07:31
वाराणसी : मां गंगा के रक्षार्थ केन्द्र सरकार को प्रेरित करने की मंशा से वाराणसी के बेनियाबाग मैदान में 21 मई को गंगा मुक्ति महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित इस महासम्मेलन के लिए गांगेय प्रदेश के गंगा चिंतकों, साधु संतों व गंगा भक्तों के साथ अन्य प्रदेशों की प्रमुख धार्मिक, सामाजिक व सांस्कृतिक हस्तियों को भी आमंत्रित किया गया है।
गंगा सेवा अभियानम की कल देर शाम हुई बैठक में सार्वभौम संयोजक व श्रीविद्या मठ के प्रभारी स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती, जलपुरुष राजेंद्र सिंह, कल्कि पीठाधीश्वर प्रमोद कृष्णन व यतींद्र नाथ चतुर्वेदी की उपस्थिति में यह निर्णय किया गया।
महासम्मेलन संयोजक प्रमोद कृष्णन ने कहा, ‘तपस्या कमजोर नहीं होती। तपस्या व्यक्तिगत है जबकि महासंग्राम में जनबल की भागीदारी आवश्यक शर्त है। जन-जन को मां गंगा की रक्षा के लिए अहिंसक होकर निकलना पड़ेगा।’ स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस मौके पर कहा, ‘अपनी ओर से हर संभव अवसर सरकार को वार्ता के लिए दिया, किंतु अब कोई औचित्य नहीं बनता कि प्रधानमंत्री से वार्ता की प्रतीक्षा करते रहे। अब तो हमने खुद को गंगा की राह में अर्पण कर दिया है। वस्तुत: हम सरकार के लिए नहीं बल्कि भगवान को रिझाने के लिए तपस्या कर रहे हैं। गंगा मुक्ति महासंग्राम जनता की अभिव्यक्ति को व्यक्त करने वाला मंच है। अब जो लोग इससे जुड़ रहे हैं, वे गंगा के लिए कार्य करें। (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 5, 2012, 13:03