Last Updated: Thursday, August 22, 2013, 15:55

मुम्बई: वैज्ञानिक सोच को आगे बढाने वाले नरेंद्र दाभोलकर की हत्या के लिए अंधविश्वास विरोधी विधेयक के विरोधियों को जिम्मेदार ठहराते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा है कि ऐसे कृत्य के पीछे जिन संगठनों का हाथ है, उन्हें अलग थलग किया जाना चाहिए तथा उनकी गतिविधियां रूकनी चाहिए।
राज्य सरकार ने पुणे में मंगलवार को अंधविश्वास के खिलाफ मुहिम चलाने वाले 69 वर्षीय दाभोलकर की हुई हत्या पर जनाक्रोश को देखते हुए काला जादू एवं अमानवीय धार्मिक रीति रिवाजों पर अंकुश लगाने के लिए कल एक अध्यादेश लाने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है ।
चव्हाण ने कहा, ‘जो ताकतें नहीं चाहती हैं कि यह विधयेक पेश हो और पारित होकर कानून बने, वे उन्हें चुप कर देने के लिए जिम्मेदार हैं।’ उन्होंने कहा, ‘जिन्होंने दाभोलकर को निशाना बनाया, वे राजनीतिक संगठन नहीं हैं। यह वैचारिक विसंगति है। जिन लोगों ने ऐसी हत्याएं की हैं, वे राजनीतिक दल नहीं हैं। ’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘यह संगठन पहले बम बनाने एवं आतंकवादी गतिविधियों में लगा था। ’ उन्होने कहा, ‘लेकिन मैं विशिष्ट रूप से ऐसा नहीं कह रहा क्योंकि मेरे पास इस बात की सूचना नहीं है कि किसने उनकी हत्या की। दरअसल मैं कहने का जो प्रयास कर रहा हूं वह यह है कि वह आतंकवाद में लगे संगठनों जैसा ही संगठन है। ऐसे संगठनों की पहचान की जाए, उन्हें अलग थलग किया जाय ओर उनकी गतिविधियां रोकी जाएं।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 22, 2013, 15:55