Last Updated: Saturday, March 9, 2013, 18:18

पटना : बिहार के खगड़िया जिले में बीते वर्ष हुई हिंसा और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफिले हमले में विशेष जांच टीम (एसआईटी) द्वारा अपनी पार्टी के सांसद रामकृपाल यादव की संदिग्ध भूमिका बताए जाने पर नीतीश सरकार पर हमला बोलते हुए राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि एसआईटी का गठन ही विरोधियों को फंसाने के लिए किया गया था।
लालू ने यहां अपने आवास पर संवाददाताओं से कहा,‘एसआईटी का गठन ही विरोधियों को फंसाने के लिए किया गया। खगड़िया हिंसा मामले में रामकृपाल यादव को फंसाया जा रहा है। राजद के किसी भी नेता ने यदि हिंसा के लिए भड़काया है तो उसके बातचीत का प्रमाण क्यों नहीं प्रस्तुत किये जा रहे हैं।’
उन्होंने नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जो भी जन आंदोलन वर्तमान सरकार के खिलाफ हो रहे हैं उसमें लोगों का ध्यान बंटाने के लिए सरकार द्वारा विपक्ष पर आरोप लगाया जा रहा है और उन्हें निशाना बनाया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया,‘खगड़िया में 27 सितंबर को जिस जदयू नेता रणवीर यादव ने खुलेआम कार्बाइन लहरायी उसे ‘क्लिन चिट’ दे दी गयी। उसकी गिरफ्तारी नहीं हुई।’
राजद सुप्रीमो ने कहा कि राजग सरकार के कार्यकाल में बिहार में भ्रष्टाचार और घोटाले हो रहे हैं। अपने अधिकार की मांग करने वाले अनुबंधित शिक्षकों पर लाठीचार्ज हो रहा है। इसलिए उच्चतम न्यायालय ने लाठी से मार मारकर शिक्षकों को भगाने पर स्वत: संज्ञान में लिया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा,‘शिक्षकों पर बेरहमी से लाठीचार्ज जालियांवाला बाग गोलीकांड जैसा था, जब ब्रिटिशों ने भारतीयों का दमन किया था। शिक्षकों को मार मारकर लहु लूहान कर दिया इसलिए उच्चतम न्यायालय ने इसका स्वत: संज्ञान लिया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 9, 2013, 18:18